इधर, बारिश के दौरान अलवर शहर सहित जिले भर की बिजली गुल हो गई। पेड़ों की टहनियां टूट कर सडक़ पर गिर गईं । इससे आवागमन में बाधा उत्पन्न हुई। बारिश व अंधड के थमने पर करीब एक घंटे बाद बिजली व्यवस्था दुुरुस्त हो गई।
अचानक से आई बारिश से तापमान काफी नीचे आ गया। शुक्रवार को तापमान अधिकतम 40 डिग्री व न्यूनतम 28 डिग्री रहा। मौसम में ठंडक होते ही शाम को पर्यटक स्थलों पर भी रौनक आ गई। सागर, मूसी महारानी, सिलिसेढ़ में बड़ी संख्या में पर्यटकों की चहल पहल दिखाई दी। सुबह से तेज गर्मी और उमस पड़ रही थी।
दोपहर बाद अचानक से मौसम बदला और आसमान में बादल घिर आए तेज हवा चलने के साथ बरसात होने लगी। बारिश का यह दौर करीब आधे घंटे तक चला। अचानक आई बारिश से शहर की सडक़ों पर पानी भर गया। दुकानदारों को दुकान के आगे से पानी निकालना पड़ा। वाहन भी बारिश के पानी में फंस गए।
50 से ज्यादा पोल गिरे जिले में शुक्रवार को आए अंधड़ में फिर विद्युत निगम के लगभग एक हजार पोल टूट गए। इस दौरान 50 से अधिक ट्रांसफार्मर भी गिर गए। इससे विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। निगम के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अंधड़ के दौरान निगम को सबसे अधिक नुकसान किशनगढ़बास, मुण्डावर, बानसूर, नीमराणा, बहरोड़ आदि क्षेत्रों में हुआ। शहर में भी कुछ जगह पोल गिर गए। इससे कुछ देर के लिए विद्युत व्यवस्था चरमरा गई, जिसे टीमें लगा दुरुस्त किया गया।