इससे अलवर की मंडियों में प्रतिदिन 50 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हो रहा था। किसान पृथ्वी की फसल लेकर मंडी पहुंच रहे थे लेकिन उनको परेशान होकर वापस लौटना पड़ रहा था। यह की मंडी में अलवर के साथ साथ भरतपुर, दौसा, जयपुर ग्रामीण व हरियाणा के किसान सरसों व गेंहू बेचने के लिए आते हैं। छह दिनों से मंडी बंद होने से किसानों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही थी। अलवर मंडी सरसो, प्याज, गेंहू व ग्वार की बड़ी मंडी है। मंडी में साल भर फसलों की आवक होती है। अलवर मंडी के अलावा खैरथल, खेड़ली, रामगढ सहित कई बड़ी मंडी है। मंडी में फसलों के रेट भी पुराने चल रहे है। अलवर जिले में सरसों के तेल की कई बड़ी यूनिट है। इनमें साल भर सरसों की मांग रहती है। इसलिए भी यहा देशभर के व्यापारियों की नजर रहती है।