भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय अभी तक मात्र स्नातक कॉमर्स और बीएससी अंतिम वर्ष का ही परीक्षा परिणाम घोषित कर पाया है। विवि की लेट- लतीफी से विद्यार्थी ही नहीं अभिभावक भी परेशान हैं। राजस्थान विश्वविद्यालय पुनर्मूल्यांकन का परिणाम भी घोषित कर चुका है। मत्स्य विश्वविद्यालय से स्नातक करने वाले युवाओं को अन्य विश्वविद्यालयों की स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश लेना है जिसके लिए उन्हें स्नातक उत्तीर्ण होने की अंक तालिका आवश्यक है। राजस्थान विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश की तिथि नजदीक है लेकिन मत्स्य विश्वविद्यालय ने अभी तक अपने परिणाम ही घोषित नहीं किए हैं। यहां उत्तर पुस्तिकाओं के वितरण में आरोप लगने शुरु हो गए हैं जिसके लिए जिला कलक्टर को भी ज्ञापन दिए गए हैं।
एक घंटे बाद हटा दिया परिणाम, सुबह बदल गए अंक मत्स्य विश्वविद्यालय में प्रायोगिक परीक्षाओं में परीक्षक लगाने सहित कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आती रही हैं। वेबसाइट पर गुरुवार रात 10 बजे बीएससी अंतिम वर्ष का परिणाम एक घंटे तक दिखाई दिया जिसे बाद में हटा दिया गया। विद्यार्थियों ने अपनी अंकतालिका के स्क्रीन शॉट ले लिए। कई विद्यार्थियों ने अपने अंक नोट कर लिए। रात को एक घंटे बाद परिणाम वेबसाइट से गायब हो गया। परिणाम के बारे में विद्यार्थियों ने विवि से सम्पर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शुक्रवार सुबह वेबसाइट पर बीएससी अंतिम वर्ष का परिणाम फिर अपलोड किया तो इसमें कई विद्यार्थियों के परिणाम बदले हुए थे। विद्यार्थी धीरज जैन के अंक पहले 713 थे जो बाद में 733 हो गए। रजत जैन के अंक 753 से 772 हो गए।