मंगलवार रात करीब साढ़े 7 बजे विनोद अपने ससुराल गया और अपनी पत्नी से कहा कि वह अब उसके साथ रहना चाहता है। वे पास ही किराए के मकान में साथ रह लेंगे। बातें करते-करते विनोद अपने ससुराल रुक गया। सुबह करीब साढ़े 5 बजे विनोद ने छत पर सो रहे अपने बेटे प्रिंस के गले पर चाकू से हमला कर दिया। आवाज सुनकर प्रिंस की मां प्रेमलता जगी तो उसने अपनी पत्नी का गला भी चाकू से रेत दिया। शोर मचाने पर महिला के पिता प्रेमनारायाण छत पर आए तो उसने उनके गले पर भी चाकू से हमला कर दिया। यह सब पास ही छत पर खड़े प्रेमलता के चाचा ने देख लिया, तो सनकी विनोद उनके पीछे भी चाकू लेकर भागा, वे किसी तरह वहां से भाग निकले। इसके बाद विनोद ने अपने गले और पेट में चाकू से हमला कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों की मदद से घायलों को अलवर के सामान्य अस्पताल पहुंचाया। वहां से विनोद और उसके ससुर प्रेम नारायाण को जयपुर रैफर कर दिया गया है।
दहेज को लेकर चल रहा है केस आरोपी विनोद और उसके ससुराल में दहेज को लेकर पिछले कई सालों से केस चल रहा है। दहेज की मांग को लेकर विनोद और उसकी पत्नी पे्रमलता के बीच विवाद के बाद वो अपने बेटे के साथ ढ़ाई साल से अपने मायके में रह रही है। जहां मंगलवार देर शाम विनोद पहुंचा और बातें बनाकर रात को वहीं रुका। अल सुबह करीब 5 बजे उसने मौका देखकर बारी-बारी सभी पर चाकू से हमला कर दिया।