चूंकि मुंडावर में पहले ही दिवंगत विधायक धर्मपाल चौधरी के पुत्र को टिकट दिया गया था। इसके बाद बहरोड़ के टिकट में भी अन्य दावेदारों को दरकिनार कर मौजूदा विधायक और श्रममंत्री जसवंत यादव के पुत्र को टिकट दिया गया। जबकि जिले में कई विधानसभा क्षेत्र में युवा कार्यकर्ता दिकट का दावा कर रहे थे। राज्य के युवा बोर्ड के उपाध्यक्ष संदीप यादव भी टिकट की रेस में पिछड़ गए और उन्होंने बसपा का साथ ले लिया। कांग्रेस में भी कई विधानसभा क्षेत्रों में युवाओं की दावेदारी धरी रही।