मैं नियमित पढ़ता रहा मुझे मैथ्स पसंद नहीं था इसलिए मेडिकल फिल्ड को चुनाव से थोड़ा डर लगता था। मैंने जल्दी से प्रैक्टिस शुरू कर दी आमतौर पर स्टूडेंट अपनी कमजोरी से दूर भागते हैं। मैंने लगातार एनसीआरटी बुक व 11वीं के चैप्टर रिवाइज किए साथ-साथ सीएलसी की ओर से दिए गए स्टडी मैटेरियल को पढ़ा। मैं मेरी सफलता का श्रेय मम्मी पापा के साथ समस्त गुरुजनों को देता हूं जिससे मैंने ओबीसी केटेगरी में 294 रैंक हासिल कर अपने गांव एवं स्कूल का नाम रोशन किया ।
अश्वनी यादव, अलवर
नियमित तैयारी की नेशनल इलिजिबिलिटी टेस्ट 2019 में अलवर कैटेगिरी रैंक जगदीश ने 20 वां स्थान पाया है। जगदीश कुमार ने सीएलसी संस्थान में नियमित छात्र के रूप में तैयारी की। बकौल जगदीश उसकी सफलता का श्रेय सीएलसी के अध्यापकों व माता पिता को देते हैं। सफलता को सुनिश्चित बनाने के लिए जगदीश ने मोबाइल फोन व सोशल मीडिया से दूरी बनाई है।
जगदीश कुमार, अलवर।
योजनाबद्ध तरीके से अध्ययन करने पर मिली सफलता अलवर निवासी अखिल शर्मा ने नीट में ऑल इंडिया 706 रैंक कैटेगिरी रैंक 541 हासिल की। अखिल ने बताया कि मम्मी का सपना था कि मैं डाक्टर बन सकू। अखिल सीएलसी के छात्र है । शिक्षकों के मार्गदर्शन से नीट में 655 अंक आए। मेरी मम्मी ने मेरा पूरा सहयोग किया। मैं मेरी सफलता का पूरा श्रेय मम्मी पापा वह सीएलसी के गुरूजनों को
देता हूं।
अखिल कुमार शर्मा
खुद पर विश्वास था और मैंने कर दिखाया स्पेक्ट्रम कोचिंग की छात्रा अलवर निवासी चारू गोयल ने नीट में 600 अंक प्राप्त कर ऑल इण्डिया 4916 रैंक प्राप्त की। चारू ने बताया कि मैंने डॉक्टर बनने का सपना लेकर स्पेक्ट्रम में एडमिशन लिया। यहां रहकर नीट की तैयारी की तैयारी के दौरान मुझे ज्यादा परेशानी नहीं हुई। जब भी समस्या आती तो मनीष सर से अपनी समस्या क्लीयर करने में मदद मिलती थी।
चारू गोयल
सिलेबस रहा आधार मेरे मम्मी पापा का सपना था कि मैं डॉक्टर बनू। मुझे क्लास रूम में जो पढ़ाया जाता था उसे घर जाकर पढ़ती थी। मेरा एनसीआरटी बेस्ड सिलेवस पर ज्यादा फंोकस रहता था । स्पेक्ट्रम से मिली गाइडेंस ने मेरा सहयोग दिया। इसका पूरा श्रेय मैं अपने मम्मी पापा एवं स्पेक्ट्रम की पूरी टीम को देना चाहती हूं।
-ज्योति