वहीं, तत्काल तिजारा के एसएचओ जितेन्द्र सोलंकी को बहरोड़ एचएचओ लगाते हुए पूरा स्टाफ नया लगा दिया है। एक अन्य आदेश में अतुल साहू को झालावाड़ से स्थानांतरित कर बहरोड़ डीएसपी लगाया गया है। इस प्रकार से प्रकरण में पुलिस की मिलीभगत के बाद बहरोड़ का पूरा का पूरा पुलिस महकमा बदल दिया गया है।
प्रारम्भिक स्तर पर दोषी माना जयपुर रेंज आईजी एस. सेंगाथिर ने बताया कि प्रकरण में प्रारम्भिक स्तर पर कुख्यात अपराधी को भगाने में बहरोड़ थाने के स्टाफ की मिलीभगत व लापरवाही मानी है। इसी के आधार पर पूरे थाने के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस सम्बन्ध में विस्तृत जांच जारी है।
69 पुलिसकर्मी हटाए, उतने ही लगाए बहरोड़ थाने पर एसएचओ समेत 69 पुलिसकर्मियों का स्टाफ था। पूरे स्टाफ को हटाते हुए उनके स्थान पर 69 नए पुलिसकर्मियों को लगाया गया है। थाने में दो एसआई रामकिशोर और शेरसिंह लगाए गए हैं।
पत्रिका की खबर पर मुहर प्रकरण में राजस्थान पत्रिका ने कुख्यात अपराधी पपला गुर्जर को छोडऩे के लिए पुलिस की सौदेबाजी और थाने की हवालात के पास की कोठड़ी में सौदेबाजी की साजिश रचने का खुलासा किया था। पुलिस के उच्चाधिकारियों ने इसे सही मानते हुए एसएचओ के निलम्बन, कोठड़ी में सौदेबाजी करने वाले हैडकांस्टेबल विजयपाल और रामोतार को बर्खास्त तथा अन्य स्टाफ को लाइन हाजिर किया है। पुलिस की यह कार्रवाई पत्रिका की खबर पर विश्वसनीयता की मुहर लगाती है।