एटीएस/एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनिल पालीवाल ने बताया कि कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को 6 सितम्बर की सुबह उसके गुर्गे बहरोड़ थाने में एके-47 से फायरिंग कर लॉकअप से निकाल ले गए थे। प्रकरण में तकनीकी शाखा की ओर से किए गए विश्लेषण और मुखबिर की सूचना के आधार पर पता चला कि विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को बहरोड़ थाने से छुड़ा ले जाने में कोटकासिम के गुजरीबास निवासी सुनील गुर्जर पुत्र जगनी गुर्जर, तिजारा के टिहली गांव निवासी बलजीत उर्फ बल्ली गुर्जर पुत्र वेदप्रकाश गुर्जर और झुंझुनूं जिले के पथाना निवासी बलवीर पुत्र रामेश्वर गुर्जर भी शामिल थे।
तीनों बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए उनके घर और संभावित ठिकानों पर दबिशें दी गई, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। पपला गिरोह के बदमाश सुनील गुर्जर, बलजीत उर्फ बल्ली गुर्जर और बलवीर पर एसओजी ने 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
22 गुर्गे गिरफ्तार, पपला अभी फरार मामले में राजस्थान पुलिस ने पपला गुर्जर पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके अलावा एसओजी ने पपला के 13 गुर्गों पर 50-50 हजार और तीन गुर्गों पर 10-10 हजार रुपए के इनाम घोषित किए हैं। मामले में अब तक एसओजी 22 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें से कई 50-50 हजार के इनामी बदमाश भी हैं। घटना के 35 दिन बाद भी पपला अभी एसओजी की गिरफ्त से दूर है।