Papla Gujjar News : हरियाणा पुलिस के मोस्ट वांटेड विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को बहरोड़ थाना पुलिस ने 5 सितम्बर की देर रात 31.90 लाख रुपयों के साथ पकड़ा। पुलिस से सेटिंग कर 6 सितम्बर की सुबह पपला अपने गुर्गों से बहरोड़ थाने पर हमला करा लॉकअप से भाग गया। इस घटना से राजस्थान सरकार और पूरा पुलिस महकमा हिल गया। घटना को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने भी चिंता और नाराजगी जताई। पिछले एक माह से राजस्थान समेत हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तरप्रदेश पुलिस पपला और उसके गुर्गों के पीछे है। हालांकि राजस्थान एसओजी अब तक पपला के 22 गुर्गों को दबोच चुकी है, लेकिन पपला गुर्जर किसी भी राज्य की पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है।
शुरू में 40 से ज्यादा, अब एक दर्जन टीमें बहरोड़ की घटना के बाद पपला और उसके गुर्गों की धरपकड़ के लिए शुरुआत में राजस्थान और हरियाणा पुलिस की 40 से ज्यादा टीमें लगाई गईं। जिसमें 300 से ज्यादा पुलिस अधिकारी और जवान शामिल थे। प्रकरण में 22 बदमाशों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में अब पपला सहित कुछ ही बदमाशों की गिरफ्तारी शेष है। जिनकी तलाश में करीब एक दर्जन टीमें अभी भी लगी हुई हैं। इसके अलावा दिल्ली, पंजाब और उत्तरप्रदेश की पुलिस टीमें अलग से लगी हुई हैं।
एक बार भी नहीं हुआ आमना-सामना पपला की तलाश में एसओजी और आईबी गहनता से जुटी है, लेकिन पपला के नेटवर्क और शातिरी को एसओजी और आईबी की इंटेलीजेंस भेद नहीं पा रही है। यही वजह है कि फरार होने के बाद विगत एक माह में पुलिस और पपला का एक बार भी आमना-सामना नहीं हुआ। हर बार पुलिस की टीम पपला के निकलने के बाद ही उसके ठिकाने पर पहुंची है।
अब दो राज्यों का मोस्ट वांटेड है पपला पपला हरियाणा का कुख्यात अपराधी है। जिस पर एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या सहित कई प्रकरण दर्ज हैं। वर्ष-2017 में महेन्द्रगढ़ कोर्ट में पुलिस पर फायरिंग करा पपला फरार हो गया था। तब से पपला हरियाणा का मोस्ट वांटेड अपराधी है। हरियाणा पुलिस ने पपला एक लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। बहरोड़ की घटना के बाद पपला राजस्थान पुलिस के मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में भी शामिल हो गया है। राजस्थान पुलिस ने भी पपला पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।
टारगेट बेस टीमें लगी राजस्थान एसओजी पपला गुर्जर के 22 गुर्गों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब पपला समेत कुछ ही बदमाशों की गिरफ्तारी शेष है। इन बदमाशों की तलाश में राजस्थान पुलिस, एसओजी, हरियाणा एसटीएफ व सीआईए तथा उत्तरप्रदेश एसटीएफ और एसओजी सहित करीब एक दर्जन टारगेट बेस टीमें लगी हुई हैं।
– करण शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसओजी, राजस्थान।