उन्होंने छात्राओं से कहा कि एक-एक वोट कीमती होता है। जब कभी चुनाव में एक वोट से किसी प्रत्याशी की हार-जीत होती है तब समझ आता है कि एक वोट कितना कीमती है। ठीक इसी रूप में लोकतंत्र में एक वोट का बड़ा महत्व होता है। एक-एक वोट से अच्छे प्रत्याशी का चयन किया जा सकता है। जब हरेक मतदाता यह तय कर लेगा कि उसे एक पढ़े लिखे व योग्य व्यक्ति को सरकार की भागीदारी में आगे बढऩा। तब हमारा लोकतंत्र और अधिक मजबूत होता है।
चुनाव के समय ही सडक़ क्यों बनती है। अलग से बजट आता है या फिर जनता के वोट लेने के लिए एेसा होता है। काय 5 साल तक बराबर होने चाहिए। -प्रियांशु सैनी, छात्र
प्रत्याशी होना चाहिए जो अपने क्षेत्र में रहे। जनता की परेशानियों को समझे। फिर उसके अनुसार विकास के कार्यों को आगे बढ़ाए। अभी एेसा नहीं होता है। – अनुज शर्मा, छात्र हम भी 18 साल की उम्र के बाद वोट डालेंगे। अभी अन्य लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। परिजनों व अन्य को वोट की कीमत समझाएंगे। -नेहा, छात्रा
सही है, चुनाव आते ही सफाई होने लगी है। पहले नालियों की सफाई तक नहीं होती। ऐसा जनप्रतिनिधि चुनें, जो कार्यों को अधिक महत्व देता हो। -अश्विनी राठौड़,छात्रा निर्माणों में कमीशन की बातें सामने आती हैं। काम घटिया होते हैं। जनप्रतिनिधि जिम्मेदार होते हैं। हमें योग्य व्यक्ति को आगे लाने के प्रयास करने चाहिए। – अनुकृति जैन, छात्रा
सरकारी कार्य ऐसे हों कि उनका जनता को लाभ मिले। किसी को मकान दिया जाए तो फिर उसमें रहना अनिवार्य भी हो। एेसा नहीं हो कि बाद में उसे बेच दें। -पूजा शर्मा, छात्रा
फेक न्यूज के बारे में आज भी पता लगा है। अब निश्चित रूप से सोशल मीडिया पर आने वाली सूचनाओं को सोच समझकर ही
आगे भेजेंगे। -सहरीन, छात्रा हम भी वोट के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। अभी तक यह नहीं समझ थी कि वोट कितना जरूरी है, लेकिन अब इसकी कीमत समझ आ गई है। -समीक्षा, छात्रा