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अलवर से बढ़ा देश का गौरव, सौरभ ने जीता सोना, लेकिन अफसोस हमारे किसी नेता या मंत्री ने बधाई तक नहीं दी

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अलवरAug 22, 2018 / 06:15 am

rohit sharma

pride of country increased by Alwar

अलवर से बढ़ा देश का गौरव, सौरभ ने जीता सोना, लेकिन अफसोस हमारे किसी नेता या मंत्री ने बधाई तक नहीं दी

अलवर.
खेलों में अपना लोहा मनवा चुके अलवर ने एक बार फिर देश का गौरव बढ़ाया है। स्पोट्स अथोरिटी ऑफ इंडिया (साईं) के अलवर केन्द्र पर जून 2016 से निशानेबाजी में प्रशिक्षण ले रहे 16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने मंगलवार को इंडोनेशिया के जर्काता में आयोजित 18 वें एशियाई खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष फाइनल प्रतिस्पर्धा में अचूक निशाना लगा भारत के लिए गोल्ड मैडल जीता है। सौरभ 2016 से अलवर के साई केन्द्र में कोच कुलदीप कुमार से प्रशिक्षण ले रहे थे।
एशियाई खेलों में भारतीय निशानेबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन का क्रम जारी है। 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाज सौरभ चौधरी ने उम्दा प्रदर्शन कर भारत के लिए एक और स्वर्ण पदक दिलाया। सौरभ मूलत: मेरठ के कलीना गांव के रहने वाले हैं और किसान बृजमोहन चौधरी के पुत्र हैं। सौरभ अलवर के साई हॉस्टल पर डे बोर्डिंग में रहकर अभ्यास कर रहा था। वह शहर के स्कीम नं. आठ में कोच कुलदीप के साथ ही फ्लैट में रह रहे हैं। कोच का कहना है कि अलवर में शूटिंग रैंज होना ही उसकी उपलब्धि का सबसे बड़ा श्रेय है। जहां सौरभ को अभ्यास करने का अवसर मिल सका। कोच कुलदीप ने बताया कि सौरभ 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में यूथ ऑलम्पिक क्वालीफाई कर चुका है और जूनियर वल्र्ड कप में रिकॉर्ड बना चुका है। तीन मिक्स, व्यक्तिगत, टीम स्पर्धाओं में वह गोल्ड मैडल जीत चुका है।
सौरभ ने 2014 में बागपत से निशानेबाजी का सफर शुरू किया। खास बात यह है कि खुद सौरभ ने पिस्टल खरीद निशानेबाजी में प्रशिक्षण शुरू किया। हालांकि सरकार का भी प्रशिक्षण के दौरान उन्हें सहयोग मिला है। सौरभ पिछले कई सालों से अलवर के इंदिरा गांधी स्टेडियम स्थित स्पोट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) के ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे हैं। सौरभ ने 18 वें एशियाई खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में कुल 240.7 अंक हासिल कर गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने परिपक्वता और संयम का परिचय देते हुए वर्ष 2010 के विश्व चैम्पियन जापान के तोमोयुकी मत्सुदा को 24 शॉट के फाइनल में हराया। वे गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही एशियाई खेलों के इतिहास में स्वर्ण जीतने वाले भारत के पांचवें निशानेबाज बन गए हैं। वे पहली बार सीनियर स्तर पर खेल रहे हैं।
किसी नेता या मंत्री ने बधाई तक नहीं दी
सौरभ फिलहाल 11 वीं कक्षा के छात्र हैं। चौधरी ने कुछ महीने पहले जर्मनी में जूनियर विश्व कप में रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था। सौरभ के मैडल जीतने के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने लाखों रुपए के इनाम की घोषण कर दी। जबकि अलवर में रहकर यह मैडल जीतने वाले खिलाड़ी को किसी नेता या मंत्री ने बधाई तक नहीं दी। जबकि उनके साथ अभ्यास करने वाले खिलाड़ी बेहद उत्सुक हैं। कोच ने बताया कि अलवर में अभ्यास कर रहे कई अन्य खिलाडि़यों का प्रदर्शन भी बेहद शानदार है। जिनसे भविष्य में बड़ी उम्मीद है। वे भी बड़े खेलों में पदक ला सकते हैं। सौरभ की खास बात ये है कि वह बेहद अनुशासित, मेहनती व रिजर्व नेचर का खिलाड़ी है। जिसे पिछले दो सालों में पदक पर पदक जीते हैं। उनसे आगे भी बड़ी उम्मीदें है। इस तरह बड़ा मैडल जीतने से दूसरे खिलाडि़यों का उत्साह भी बढ़ा है।
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