रिश्तेदार एवं गांव के लोगों को सूचना लगने के बाद सभी घर के पास ही बने तेजाजी के मंदिर के पास इकट्ठा हो गए। रोहिताश 10 फरवरी को ही एक महीने की छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर गया था। एक फरवरी को उसके बेटे का कुआं पूजन था करीब दो महीने पहले ही उनके पहली पुत्र संतान हुई थी। डेढ़ साल पहले ही उनकी शादी हुई थी। लाम्बा 76वीं बटालियन में एस्कॉर्ट ड्यूटी पर थे।
हंसमुख स्वभाव का था
रोहिताश ने पास के गांव बिलान्दरपुर के एक निजी स्कूल में 12 वीं तक की पढ़ाई की थी। रोहिताश के साथ ही इसी निजी स्कूल में पढ़ाई कर चुके बिलान्दरपुर के मूल निवासी कांग्रेस नेता मनीष यादव ने बताया कि वह इस स्कूल में रोहिताश से दो-तीन क्लॉस सीनियर रहे हैं।
रोहिताश ने पास के गांव बिलान्दरपुर के एक निजी स्कूल में 12 वीं तक की पढ़ाई की थी। रोहिताश के साथ ही इसी निजी स्कूल में पढ़ाई कर चुके बिलान्दरपुर के मूल निवासी कांग्रेस नेता मनीष यादव ने बताया कि वह इस स्कूल में रोहिताश से दो-तीन क्लॉस सीनियर रहे हैं।
यादव ने बताया कि रोहिताश बहुत सीधा और हंसमुख स्वभाव का था। हमले की सूचना से आघात लगा है। रोहिताश ने कॉलेज शिक्षा बाबा भगवानदास पीजी महाविद्यालय चिमनपुरा से की थी। रात को जैसे जैसे हमले की सूचना मिली लोग जुटते गए। रात तक लोग रोहिताश के घर के पास मंदिर पर इकट्ठा हो गए।
लोगों ने बताया कि गोविन्दपुरा के दर्जन भर जवान सीआरपीएफ में तैनात है। इस आंतकी हमले को लेकर गांव में लोगों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि सरकार को हमले का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। इस दौरान यहां दीपक लांबा, श्रवण यादव, लालचंद यादव, ओमप्रकाश लांबा ने बताया कि रोहिताश हंसमुख स्वाभाव का था और मिलनसार था।
परिवार का था सहारा
रोहिताश 5 भाई-बहिनों में सबसे बड़ा था। 3 बहन व 1 छोटा भाई है। पिता बाबूलाल लांबा खेती व छोटा भाई जीतू पढ़ रहा है। रोहिताश की पत्नी मंजू है। रोहिताश 2013 में ही सीआरपीएफ में नौकरी लगा था।
रोहिताश 5 भाई-बहिनों में सबसे बड़ा था। 3 बहन व 1 छोटा भाई है। पिता बाबूलाल लांबा खेती व छोटा भाई जीतू पढ़ रहा है। रोहिताश की पत्नी मंजू है। रोहिताश 2013 में ही सीआरपीएफ में नौकरी लगा था।