विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने में दो दिन शेष बचे हैं। नामांकन प्रक्रिया जल्द शुरू होने के कारण कांग्रेस, भाजपा व अन्य प्रमुख दलों की ओर से प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज कर दी है। भाईदूज पर पांच दिवसीय दीपावली त्यौहार के समापन के साथ ही राजनीतिक दलों के नेता व टिकट के दावेदार फिर से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।
दावेदार जुटे टिकट के अंतिम प्रयास में दोनों प्रमुख दलों की ओर से वैसे तो दावेदारों के नाम के पैनल तैयार किए जा चुके हैं, फिर भी ज्यादातर दावेदार इन दिनों अंंतिम प्रयास में जुटे हैं। इन दावेदारों का प्रयास है कि किसी भी तरह एक या दो नाम के पैनल में अपना नाम शामिल कराया जाए। इसके लिए ज्यादातर दावेदारों ने फिर से जयपुर व दिल्ली की ओर रुख किया है।
भाजपा की बैठक भी जल्द होने की संभावना भाजपा की ओर से प्रत्याशी चयन के लिए केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में जल्द होने की संभावना है। प्रदेश में जिला स्तर पर दावेदारों के नामों पर मंथन का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है। प्रदेश स्तर पर पैनल तैयार होने के बाद अब दिल्ली में जल्द संभावित बैठक में इसे रखा जाएगा, जिस पर चर्चा के बाद प्रत्याशियों की सूची जारी होगी। संभावना है कि इस बैठक में अलवर जिले की ज्यादातर सीटों पर चर्चा होगी और पहली सूची में जिले की दो से चार सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जाएगी। भाजपा की पहली सूची तीन-चार दिनों में जारी हो सकती है।
आज जिले की सीटों पर चर्चा संभव कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक शनिवार को दिल्ली में होने की संभावना है। इसमें अलवर जिले के विधानसभा क्षेत्रों सहित प्रदेश की अन्य सीटों के प्रत्याशियों के चयन पर चर्चा होने की संभावना है। संभावना है कि इस बैठक में अलवर जिले के ज्यादातर टिकटों पर चर्चा कर एकल नाम का पैनल तैयार कर लिया जाएगा। बैठक के बाद कांग्रेस की पहली सूची जारी होने की उम्मीद है। इसमें अलवर जिले की दो से तीन सीटों के प्रत्याशियों के नाम शामिल किए जा सकते हैं। इनमें अलवर ग्रामीण, बानसूर व रामगढ़ सीट शामिल हो सकती हैं। शेष सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा आगे जारी होने वाली सूचियों में होने की संभावना है।