हंसराज गुर्जर (28) का जन्म 20 अगस्त 1990 को हुआ था। हंसराज गुर्जर जम्मू कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में 62 बटालियन बीएसएफ की डेल्टा कम्पनी में कांस्टेबल पद पर तैनात था। शहीद के भाई देशराज गुर्जर ने बताया कि तीन भाइयों में वह सबसे छोटा था। शहीद के दोनों बड़े भाई एवं पिता खेती बाड़ी करते हैं।
छुट्टी भी मंजूर हो गई थी।
शहीद हंसराज को 15 दिन पूर्व ही पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। जिसका 15 जून को ही कुआं पूजन होना था। इसके लिए उनकी छुट्टी भी मंजूर हो गई थी। उन्होंने मंगलवार रात करीब 10 बजे पत्नी मंजू देवी को फोन पर बताया था कि वह घर आ रहा है, उसकी छुट्टी मंजूर हो गई है। वह 13 जून को चलकर 14 जून को सुबह गांव पहुंच जाएगा और कुआं पूजन की बची तैयारियां गांव आकर पूरी कर देगा। दोनों भाइयों से भी हंसराज की बात हुई थी। लेकिन नियति को कुछ ओर ही मंजूर था, वे सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबार में शहीद हो गए। हंसराज के शहीद होने के बाद पुत्र के कुआं पूजन को लेकर परिजनों की ओर से की जा रही तैयारियां मातम में बदल गई।
पत्नी व पिता को नहीं दी सूचना शहीद की पत्नी व पिता को बुधवार शाम तक हंसराज के शहीद होने की सूचना नहीं दी गई। शहीद की पत्नी को 15 दिन पूर्व ही प्रसव हुआ है। स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शहीद की पत्नी को यह बात नहीं बताई गई। गांव वालों कहना है कि शहीद की पार्थिव देह के गंाव पहुंचने में समय लग सकता है। ऐसे में शहीद की पत्नी व पिता की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए पत्नी को अंतिम समय में सूचना देना सही होगा। जबकि दोनों भाइयों को हंसराज के शहीद होने की सूचना है।
हंसराज की शहादत पर गर्व गांव मुगलपुरा निवासी हवलदार नेतराम गुर्जर ने बताया कि गांव के युवक के शहीद होने की सूचना से गांव में शोक छा गया है। हंसराज की शहादत पर पूरे गांव को गर्व है। गांव का युवक दुश्मनों से लोहा लेते हुए देश के लिए शहीद हुआ है।
सुबह पुलिस ने दी सूचना बुधवार सुबह हरसौरा पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों ने परिजनों एवं ग्रामीणों को हंसराज गुर्जर के शहीद होने की सूचना दी। इस पर गांव में शोक छा गया। ग्रामीण शहीद के घर एकत्र होने के बजाय उनके घर से दूर खेत में मुख्य मार्ग पर बैठकर पार्थिक देह आने का इंतजार करते रहे।
मृदुभाषी था हंसराज ग्रामीणों ने बताया कि हंसराज मिलनसार व मृदुभाषी था। वह गांव में दोस्तों के साथ अक्सर फोन पर बात किया करता था। जिसकी सभी चर्चाएं करते हैं।