अरावली विहार थानाधिकारी हरिसिंह ने बताया कि 12 दिसम्बर को मालवीय नगर डी-6 निवासी सुभाषचंद वर्मा की पुत्री की शादी थी। पूरा परिवार मकान को ताला लगाकर भवानीतोप चौराहा स्थित मैरिज होम में चला गया। पीछे से चोर सूने मकान का ताला तोडकऱ सोना-चांदी के जेवरात, 15 हजार रुपए व कागजात चोरी कर ले गए। पीडि़त ने घटना की रिपोर्ट अरावली विहार थाने में दर्ज कराई।
वारदात के खुलासे के लिए पुलिस टीम गठित की गई। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एमआईए के नाहरपुर निवासी साहबदीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपने साथी नाहरपुर निवासी विश्राम मीणा व होशियार बावरिया और जयपुर निवासी सलीम व शुभम के साथ वारदात करना कबूला। पुलिस ने विश्राम और होशियार को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने भी 12 दिसम्बर की रात में साहबदीन की कार में आकर मालवीय नगर के सूने मकान में चोरी करना बताया। उसी रात उन्होंने बुर्जा में भी एक मकान में नकदी चोरी की। प्रकरण में पुलिस ने एमआईए थाना क्षेत्र के नाहरपुर गांव निवासी साहबदीन (35) पुत्र जुहरु फकीर, बड़ौदामेव के नैणापुर हाल नाहरपुर निवासी विश्राम मीणा (20) पुत्र रामकिशोर मीणा और नाहरपुर के सक्का कॉलोनी निवासी होशियार बावरिया (25) पुत्र जीवनलाल बावरिया को गिरफ्तार कर लिया। जबकि वारदात में शामिल उनके साथी सलीम शेख पु तस्लीम अहमद निवासी जयसिंहपुरा-जयपुर और जयपुर निवासी शुभम अभी फरार हैं। जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
40 से 50 चोरी की वारदातें कबूली साहबदीन की जयपुर जेल में सलीम से दोस्ती हुई, जो कि जयपुर शहर में चोरी व नकबजनी के प्रकरणों में बंद था। जेल से छूटने के बाद साहबदीन ने सलीम व अन्य साथियों के साथ मिलकर जयपुर शहर में शिप्रापथ, मानसरोवर, प्रताप नगर व अन्य थाना क्षेत्रों में करीब 40-50 चोरी की वारदातें करना स्वीकार किया है।
साहबदीन के खिलाफ दो दर्जन प्रकरण दर्ज सभी आरोपी शातिर नकबजन हैं। आरोपी साहबदीन के खिलाफ पूर्व में चोरी व नकबजनी के दो दर्जन प्रकरण अलवर के एमआईए, एनईबी, बड़ौदामेव, जयपुर के प्रताप नगर व करधनी थाने में दर्ज हैं। साहबदीन पूर्व के प्रकरणों में गिरफ्तार होने के बाद 21 अगस्त 2017 को जयपुर जेल से रिहा हुआ।