सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग नहीं आसान, हर महीने खर्च होते हैं 12 लाख रुपए से ज्यादा, जानिए सरिस्का के अंदर कैसे रखा जाता है ध्यान
– सरिस्का बाघ परियोजना में बाघों की मॉनिटरिंग को 20 टीम रहती है तैनात – एक बाघ की मॉनिटरिंग पर हर महीने खर्च करने होते हैं 50 हजार से ज्यादा
सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग नहीं आसान, हर महीने खर्च होते हैं 12 लाख रुपए से ज्यादा, जानिए सरिस्का के अंदर कैसे रखा जाता है ध्यान
अलवर. सरिस्का बाघ परियोजना में बाघों की दहाड़ गूंजती रहे, इसके लिए हर महीने 12 लाख से ज्यादा राशि अकेले बाघ मॉनिटरिंग पर ही सरकार को खर्च करनी होती है। बाघों की मॉनिटरिंग के लिए सरिस्का में दो सदस्यीय 20 टीमें दिन रात तैनात रहती है।
सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा बढकऱ 26 तक पहुंच गया है। सरिस्का के लिए यह सुखद पहलू यूं ही नहीं आ पाया है, बल्कि इसके लिए बाघों की मॉनिटरिंग प्राथमिकता रही है। कारण है कि सरिस्का में शिकारियों का खतरा भी कम नहीं है। सरिस्का बाघ परियोजना की चारों सीमाएं खुली होने के कारण सुरक्षा बड़ी चुनौती है। इस कारण 24 घंटे बाघों के हर मूवमेंट पर पैनीे नजर रखना जरूरी होता है।
बाघों की मॉनिटरिंग इसलिए भी जरूरी
साल 2005 में सरिस्का बाघ विहीन हो गया था, उस दौरान सरिस्का में शिकारियों ने बाघों का पूरी तरह सफाया कर दिया था। बाद में रणथंभौर से बाघों को एअरलिफ्ट कर सरिस्का में बसाया गया। बाद में बाघों के कुनबे में वृद्धि हुई। हालांकि बाद में भी दो बाघ व एक बाघिन का शिकार हो गया। वर्तमान में सरिस्का में बाघों का कुनबा 26 तक पहुंच गया है। इसमें 10 बाघिन, 7 बाघ व 9 शावक हैं।
दो सदस्यों के भरोसे बाघ की सलामती
सरिस्का में प्रत्येक बाघ की मॉनिटरिंग के लिए दो सदस्यीय टीम तैनात की हुई है। इस टीम में एक प्रशिक्षित ग्रामीण एवं एक वनकर्मी शामिल होता है। यह टीम प्रतिदिन 24 घंटे बाघ की मॉनिटरिंग करती है। सतत मॉनिटरिंग के लिए टीम को एक- एक मोटरसाइकिल भी दी हुई है।
एक बाघ की निगरानी पर हर महीने 50 हजार का खर्च
बाघ की मॉनिटरिंग टीम में तैनात प्रशिक्षित ग्रामीण को हर महीने सरिस्का प्रशासन की ओर से करीब 12 हजार रुपए का मानदेय दिया जाता है। वहीं एक वनकर्मी का औसतन वेतन 25 से 30 हजार तक है। वहीं टीम को मोटर साइकिल खर्च के नाम पर महीने में करीब 4 हजार रुपए का भुगतान किया जाता है। इसके अलावा सरिस्का में अधिकारी व कर्मचारियों के वाहनों पर भी हर महीने तीन से चार लाख रुपए का खर्च करने होते हैं। सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग के लिए 20 टीम स्थाई तौर पर तैनात रहती हैं। इसके अलावा तीन प्रशिक्षित ग्रामीण रिजर्व में रहते हैं।
सरिस्का में बसे 26 गांव
सरिस्का के कोर जंगल एवं आसपास करीब 26 गांव बसे हुए हैं। जिनमें से 3 गांवों का पूरी तरह से विस्थापन हो चुका है। वहीं तीन गांवों के विस्थापन की प्रक्रिया चल रही है जो लगभग पूरी हो चुकी है। अभी 20 से ज्यादा गांवों का विस्थापन होना है। सरिस्का में ग्रामीण व अन्य लोगों की आवाजाही के चलते भी बाघों पर खतरा मंडराता रहता है।
बाघों की मॉनिटरिंग के लिए 20 टीमें तैनात
सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग के लिए 20 टीमें तैनात हैं, जो कि दिन रात बाघ की निगरानी में जुटी रहती है। इनमें एक प्रशिक्षित ग्रामीण व एक वनकर्मी शामिल होते हैं, जो मोटर साइकिल से मॉनिटरिंग करती है।
सुदर्शन शर्मा, डीएफओ, सरिस्का बाघ परियोजना
Home / Alwar / सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग नहीं आसान, हर महीने खर्च होते हैं 12 लाख रुपए से ज्यादा, जानिए सरिस्का के अंदर कैसे रखा जाता है ध्यान