प्रदेश के 6 जिलों में इन टिड्डी का अधिक प्रकोप है। ये फसल ही नहीं पेड़- पौधें तक चट कर जाती हैं। इससे पहले भी टिड्डी का आगमन हो चुका है लेकिन इस बार इनका प्रकोप अधिक है जिसका कारण इनकी संख्या अधिक होना है। इनकी रफ्तार 100 से 150 किलोमीटर की है जो पाकिस्तान से आती हैं।
पूर्वी राजस्थान तक पहुंचा दल टिड्डियों का दल पाकिस्तान से चलकर राजस्थान में पहुंचा है। पहले इन टिड्डियों ने पश्चिमी राजस्थान में तबाही मचाई, लेकिन अब ये टिड्डियां पूर्वी राजस्थान में पहुंच गई हैं। यह टिड्डियां दौसा जिले तक पहुंच गई हैं, अलवर जिले से सटे विराटनगर में टिड्डियों का प्रकोप कुछ दिन पहले देखा जा चुका है।अब ये राजस्थान के पूर्वी सीमावर्ती जिले अलवर में जल्द पहुंच सकता है।
हमारी चिंता यूं बढ़ी- कृषि उप निदेशक पी.सी. मीणा कहते हैं कि टिडडी दल समीपवर्ती जिला दौसा तक आई हैं, जिनका अलवर जिले में प्रवेश खतरनाक हो सकता है जिसमें किसानों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ऐसे में किसान टिडडी दिखते ही थाली, डीजे और अन्य तेज आवाज करें। इसी प्रकार कीटनाशक दवा का भी छिडक़ाव करें।