नेशनल हाइवे के अधिशासी अभियंता जगतसिंह ने बताया कि राज्य में सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के बाइपास निकाले गए हैं। इसके बाद शहर से जुडऩे वाले जो हिस्से बच गए उन्हें लेफ्ट आउट पॉर्शन नाम दिया गया। इन हिस्सों के रिन्यूअल का जिम्मा केन्द्र सरकार ने उठाया है। रिन्यूअल के बाद ये सड़क पीडब्ल्यूडी को सौंप दी जाएगी। इस सड़क पर आजाद फाटक तक 4 करोड़ और सैकंड फेज में आजाद फाटक से साधुवाली तक 5 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
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सड़क निर्माण का काम दीप ज्योति कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है। कंपनी को सड़क बनाने के लिए नवम्बर तक का समय दिया गया है परन्तु जिस गति से काम चल रहा है महीनेभर में ही काम पूरा होता दिख रहा है। पुराने नेशनल हाइवे का हिस्सा रही यह सड़क अच्छी स्थिति में है। ठेकेदार इस पर सिर्फ लेयर बिछा रहा है। काम की गति को देखते हुए गुणवत्ता की अनदेखी से इनकार नहीं किया जा सकता। अधिशासी अभियंता के अनुसार सड़क पर 50 मिमी डीबीएम और 30 मिमी बारीक माल बिछाया जा रहा है।