जल संकट सबके सामने हैं। पानी की किल्लत ने सभी के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। जिला तो पूरा डार्क जोन में चला गया है। अब तो हरेक व्यक्ति का कर्तव्य है कि पानी की एक-एक बूंद बचाएं। तभी कल सुरक्षित है। इसके लिए जिले की 42 लाख की आबादी को जागरुक होकर इस दिशा में काम करना होगा। नए साल में यह संकल्प जरूर लें कि जल की एक-एक बूंद को बचाना है। चाहे घर हों या कहीं बाहर। पानी की बर्बादी का मतलब आने वाली पीढ़ी के जीवन को संकट में डालना है। यह एक मुहिम है। इसे जन-जन आगे बढ़ाएगा तभी पानी बचा सकेंगे। बारिश का पानी हो या घर में रोजाना काम लेने वाला।
नववर्ष पर लोग तरह-तरह के संकल्प लेते हैं। कोई तम्बाकू-गुटखा छोडऩे का संकल्प लेता है, तो कोई मदिरापान छोडऩे का। नए साल की नई योजनाएं बनाई जाती हैं। लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प लिया जाता है। अब फिर से नया साल आ गया है। इस साल जिलेवासी यह भी संकल्प लें कि वे न भ्रष्ट बनेंगे और न भ्रष्टाचार करने देंगे। यह एक एेसा संकल्प होगा, जो पूरे जिले की दशा और दिशा को बदल देगा। बीते साल पर गौर करें तो एसीबी ने सरकारी विभागों में कार्यरत १६ कर्मचारी-अधिकारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इनमें सबसे अधिक पुलिसकर्मी थे। इस साल हर कोई यह संकल्प ले कि वे पूरी निष्ठा के साथ अपना कार्य करेंगे, तभी सही मायने में नया साल हमारे लिए शुभ और नई सौगातों से भरा होगा।
पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे
नए साल में शिक्षक औँर विद्यार्थियों को यह संकल्प लेने की जरूरत है कि वे पढ़ेंग और पढ़ाएंगे। तभी हम देश की प्रगति और सही दिशा में बढऩे के बारे में सोच सकते हैं। कॉलेजों में भी क्लास लगना बंद हो गई हैं। विद्यार्थी इसलिए कम आने लगे हैं। नए वर्ष का स्वागत करते हुए सभी इस संकल्प पर अमल करेंगे तो निश्चित आने वाला कल सुशिक्षित होगा, जहां हर व्यक्ति खुशहाल होगा।