भाजपा विधायक संजू देवी पुलिस अधीक्षक के इस अभद्र टिप्पणी पर काफी आहत हैं और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ उन्होंने अपनी शिकायत भेजी है। मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में संजू देवी ने कहा है कि अम्बेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक का जिस तरह का ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है, उससे जनपदवासी और कार्यकर्ता अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से पुलिस अधीक्षक को तत्काल यहां से हटाने अथवा निलंबन कर कार्रवाई की अपील की हैं।
लोकसभा कार्यसमिति की बैठक में उठा मुद्दा पुलिस अधीक्षक के बयान की जहां चारों तरफ निंदा हो रही है, वहीं यह मामला प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक की अध्यक्षता में आयोजित लोकसभा कार्यसमिति की बैठक में भी जोरशोर से उठा। कार्य समिति के जिला संयोजक डॉ. राजितराम त्रिपाठी ने मंत्री से यहां तक कह दिया कि अगर जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यकर्ताओं के साथ इस तरह की भाषा का प्रयोग करेंगे और उनपर कार्रवाई नहीं होगी तो ऐसे में कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा, जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव पर पड़ेगा।
एसडीएम टांडा के खिलाफ भी उठी आवाज टांडा तहसील में तैनात एसडीएम कोमल यादव के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप का मामला भी कार्यसमिति की बैठक में उठा। कार्यकर्ताओं की तरफ से लोकसभा कार्यसमिति के टांडा क्षेत्र के सहसंयोजक रूद्र प्रसाद उपाध्याय ने कैबिनेट मंत्री के सामने एसडीएम की कार्यशैली का लेखा जोखा पेश किया। सामूहिक रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक और एसडीएम के स्थानांतरण की मांग की है। इस बैठक में भाजपा सांसद डॉ हरिओम पांडेय, जिलाध्यक्ष कपिलदेव वर्मा, विधायक संजूदेवी, अनीता कमल, खब्बू तिवारी समेत कई बड़े नेता व भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे हैं।