इस समय सारणी का नही है ध्यान शासन के कड़े निर्देश हैं कि सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अपनी ऑफिसों में सुबह 9 बजे ही बैठ कर जनता की समस्यायों की सुनवाई और उसका निस्तारण करेंगे, लेकिन अम्बेडकरनगर जिले के अधिकारी और कर्मचारी है की इन्हे न तो जनता की परेशानी से कोई सरोकार है और न ही शासन के आदेशों की कोई परवाह। जिलाधिकारी के औचक निरिक्षण में जहाँ विभागों के दर्जन भर से अधिक कर्मचारी नदारत मिले तो वही , कृषि उप निदेशक भी दोपहर तक अपनी आफिस में नहीं पहुंचे थे।
लगातार मिल रही थी डी एम को शिकायत- लगातार शिकायते मिलने के बाद जिलाधिकारी ने कई विभागों में छापे मारी की। जिलाधिकारी का काफिला जब
PWD कार्यालय पहुंचा तो वहां चौकाने वाला नज़ारा था, मुख्य मंत्री के कड़े निर्देशों के बावजूद दर्जन भर से अधिक कर्मचारी अपनी आफिस से नदारत मिले। कृषि विभाग की हालत तो और ही खराब नजर आई। जहां एक तरफ इंद्र देवता किसानो से नाराज हैं और जिले में बारिश न के बराबर है। किसान खेती के समय बदहाल हैं और बीज और खाद के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है, वही जब जिलाधिकारी कृषि विभाग पहुंचे तो हैरान रह गए। कर्मचारी को तो छोड़ दीजिए कृषि उप निदेशक ही अपनी ऑफिस में दोपहर 12:30 तक नहीं पहुंचे थे। नाराज जिलाधिकारी ने फोन पर ही कृषि उपनिदेशक को फटकार लगायी और ऑफिस न पहुंचने के लिए स्पष्टीकरण मांगा | आनन फानन में ऑफिस पहुंचे कृषि उप निदेशक राम दत्त बागला को डी एम ने जमकर फटकार लगायी |
जिलाधिकारी ने बताया की शासन की मंसा है कि सभी विभागों के अधिकारी समय से अपनी ऑफिसों में बैठे और जनता की समस्याएं सुने | उन्होंने बताया कि कई विभागों में छापे की गयी, जिसमे बिना किसी कारण कई कर्मचारी और अधिकारी ऑफिस में नहीं मिले , जिनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है | उन्होंने बताया कि उप कृषि निदेशक 12:30 बजे तक अपनी आफिस नहीं पहुंचे थे मेरे आने के बाद आएं है, इनसे भी स्पष्टीकरण मांगा है |