मामला टाण्डा कोतवाली क्षेत्र में स्थित गिरधर कोल्ड स्टोर का है। यहां बीती रात करीब 9 बजे रात में अचानक खरनाक जान लेवा अमोनिया गैस का रिसाव शुरु हो गया । जब तक लोगों को पता चलता जानलेवा गैस अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था। लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और जानवर बेहोश होने लगे।
फायर कर्मी की बहादुरी से रिसाव पर हुआ काबू
गैस रिसाव होने के साथ ही गैस वातावरण में तेजी के साथ घुलना शुरू हुआ तो इसका असर आसपास फैलना शुरू हो गया और लोग जब इस गैस की वजह से सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस करने लगे तो इनमें से किसी ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। जिसके बाद मौके पर अग्निशमन विभाग की गाड़ी और फायरकर्मी मौके पर पहुंच गए। पिछले दिनों टांडा के चौक में एक दिकण में गैस सिलेंडर में लगी आग को जान पर खेल कर बुझाने वाला फायर कर्मी राम आसरे यहां भी अपनी बहादुरी का परिचय दिया और आंखों में जलन होने के बाद भी गैस चैंबर के अंदर घुस कर ब्लास्ट से हुई लीकेज को बंद कर पाने में बड़ी मशक्कत के बाद सफलता पाई।
लापरवाही बनी दुर्घटना का सबब कोल्ड स्टोर के पास रहने वालों ने मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को बताया कि यह कोल्ड स्टोर काफी पुराना है और कई बार यहां जर्जर हो चुके गैस चैंबर से गैस लीकेज हो चुकी है, जिसकी शिकायत भी कोल्ड स्टोर मालिक से किये जाने के बाद भी उनके द्वारा सही नहीं कराया गया। लोगों ने बताया कि आज गैस का रिसाव बहुत तेज होने शुरू हुआ तो लोगों की आंखों में जलन होने लगी और लोग सांस भी नहीं ले पा रहे थे। इतना ही नहीं पड़ोस जितने भी जानवर थे, उसमें से कई बेहोश गिर पड़े।
मौके पर पहुंचे सीओ ने तुरंत मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया, हालांकि फायर विभाग अभी जांच की बात कर रहा था। इस गैस रिसाव में कही न कही फायर सर्विस की लापरवाही की बात भी मानी जा रही है, क्योकि कोल्ड स्टोरेज में टेक्निक की जांच फायर सर्विस ही करती है, लेकिन काफी दिनों से चल रही इस लापरवाही पर विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। फिलहाल गनीमत यह रही कि थोड़ी देर में ही गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया और कोई अनहोनी होने से बच गया।