अंबिकापुर

कुएं में डूबे बीईओ पिता व बेटी की एक साथ निकली अर्थी, रो पड़ा पूरा गांव

15 साल के बेटे ने दी पिता व बहन को मुखाग्नि, जीवनसाथी और कलेजे के टुकड़े की लाश देखते ही अचेत हो गई पत्नी

अंबिकापुरNov 14, 2017 / 08:21 pm

rampravesh vishwakarma

Father-daughter funeral

सूरजपुर. नाराज पुत्री के कुएं में छलांग लगाने के बाद उसकी जान बचाने कुएं में कूदे बीईओ नारायण सिंह व पुत्री ललिता की मौत के दूसरे दिन मंगलवार को भारी गमगीन माहौल में एक साथ दोनों का दाह-संस्कार किया गया।
योगेश सिंह ने बहन व पिता के शव को जब मुखाग्नि दी तो यह दृश्य देख शवयात्रा में शामिल सभी की आंखों से अश्रुधारा बहने लगी। इसके पूर्व मुंबई से लौटी पत्नी ने जब अपने जीवनसाथी व बेटी की लाश देखी तो वह अचेत हो गई।

गौरतलब है कि रविवार को रात करीब 11 बजे पिता की डांट से क्षुब्ध होकर रामानुजनगर बीईओ नारायण सिंह की 19 वर्षीया पुत्री ललिता कुएं में कूद गई थी और पुत्री की जान बचाने बीईओ नारायण सिंह ने भी कुएं में छलांग लगा दी थी। लेकिन कुएं के अंदर कुछ ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई कि कुएं से नहीं निकल पाए और दोनों की ही मौत हो गई।
इस घटना के दौरान बीईओ नारायण सिंह की पत्नी जगमनिया सिंह के भारत भ्रमण दौर में होने की वजह से शव का पोस्टमार्टम हो जाने के बावजूद सोमवार को अंतिम संस्कार नहीं हो सका था।

शव देखकर अचेत हो गई पत्नी
भारत भ्रमण के दौरान पति व पुत्री की मौत की खबर सुन होश गवां बैठी बीईओ की पत्नी जगमनिया सिंह आनन- फानन में देर रात नयनपुर तो लौट गई। लेकिन जीवन साथी और पुत्री की एक साथ लाश देखी तो उनका कलेजा ही फट गया। रोती-बिलखती जगमनिया सिंह सुध-बुध गवां कर अचेत हो गई।

योगेश के मासूम हाथों ने पिता व बहन को दी मुखाग्नि
बीईओ नारायण सिंह और उनकी पुत्री ललिता के पार्थिव देह का अंतिम संस्कार नयनपुर स्थित श्मशान घाट में भारी गमगीन माहौल में किया गया। श्मशान घाट में एक ही स्थान पर दोनों की अगल बगल दो चिता बनाई गई और पुत्र योगेश सिंह के नन्हे हाथों ने एक साथ पिता व बहन की चिता को मुखाग्नि दी। इस करूण दृश्य को देख उपस्थित जन समुदाय में से कोई भी ऐसा नहीं था जो आंखों से छलकी अश्रुधारा को रोक पाया हो।

अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
बीईओ नारायण सिंह की गांव व पूरे क्षेत्र में अलग तरह की छवि थी। वे शासकीय दायित्वों के साथ- साथ सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और सार्वजनिक गतिविधियों में सक्रियता रखते थे। गांव में नारायण भैया के नाम से लोकप्रिय रहे बीईओ नारायण सिंह व उनकी पुत्री ललिता की मौत की खबर सुन बड़ी संख्या में लोग नयनपुर में पहुंचे और नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
शवयात्रा में क्षेत्र के विधायक खेलसाय सिंह, जनपद अध्यक्ष धरम सिंह सरूता, डीईओ राजेश कुमार सिंह, जिले के सभी बीईओ, प्राचार्य व प्रधानपाठक गणों के अलावा विभिन्न दल से जुड़े जनप्रतिनिधियों में जिपं सदस्य सुरेश सिंह, पंकज तिवारी, भूलन सिंह, मोहन सिंह, जयनाथ सिंह केराम, डॉ. एसबी सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, कर्मचारी, अधिकारी व पंच- सरपंचगणों ने यहां श्रद्धा सुमन अर्पित किया

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