ऐसा ही एक मामला गुरुवार की रात भी सामने आया। यहां नई शादीशुदा महिला को सांप ने डस लिया था लेकिन मछली नदी उफान पर होने के कारण घरवाले उसे अस्पताल नहीं पहुंचा पाए। नतीजतन उसकी घर पर ही मौत हो गई।
सूचना पर शुक्रवार की सुबह अधिकारी पहुंचे। इसके बाद पीएम के लिए उसका शव अर्थी पर ग्रामीणों द्वारा पानी पार कर अस्पताल तक लाया गया। यह मैनपाट के कई गांवों के लिए जहां विडंबना है वहीं सरकारी तंत्र की नाकामयाबी भी।
मैनपाट के ग्राम सुपलगा के मझवारपारा, जूनापारा निवासी गुड्डी 21 वर्ष की शादी ग्राम करम्हा में 1 साल पूर्व हुई थी। वह इन दिनों मायके आई थी। गुरुवार की रात अचानक उसे सांप ने डस लिया। घरवाले उसे अस्पताल ले जाने लगे तो पता चला कि मछली नदी उफान पर है।
ऐसे में उनके सामने और कोई रास्ता नहीं बचा था, लिहाजा इलाज के अभाव में घर पर ही नवविवाहिता ने दम तोड़ दिया। इसकी जानकारी जब सुबह जनपद सीईओ को लगी तो वे गांव में पहुंचे। पुलिस भी मौके पर पहुंची और आगे की प्रक्रिया पूरी की।
पीएम के लिए पार करनी पड़ी उफनती नदी
पुलिस के पंचनामे की कार्रवाई के बाद पीएम के लिए शव को कमलेश्वरपुर अस्पताल लाना था। ऐसे में शुक्रवार को परिजन द्वारा बांस की अर्थी पर उसका शव रखकर उफनती नदी पार की गई। इसके बाद उसका पीएम हो सका।
पुलिस के पंचनामे की कार्रवाई के बाद पीएम के लिए शव को कमलेश्वरपुर अस्पताल लाना था। ऐसे में शुक्रवार को परिजन द्वारा बांस की अर्थी पर उसका शव रखकर उफनती नदी पार की गई। इसके बाद उसका पीएम हो सका।
पुल बना होता तो बच सकती थी जान
क्षेत्र के ग्रामीणों व मृतक के परिजन का कहना था कि यदि मछली नदी पर पुल बना होता तो गुड्डी की जान बच सकती थी। सांप डसने के बाद सही समय पर उसे अस्पताल ले जाया जाता। गौरतलब है कि बारिश के सीजन में मछली नदी उफान पर होने के कारण ब्लॉक मुख्यालय से कई गांवों का संपर्क कट जाता है।
हर बार ग्रामीणों द्वारा इस नदी पर पुल बनाए जाने की मांग की जा चुकी है लेकिन शासन-प्रशासन में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है, चाहे किसी की जान ही क्यों न चली जाए।