गौरतलब है नगर के नमनाकला राइस मिल रोड निवासी रमेश जायसवाल
राजीव गांधी पीजी कॉलेज में भूगोल विभाग के अध्यक्ष हैं। उनकी पत्नी कुछ दिनों पूर्व मुंबई बेटे से मिलने गई थीं। 7 मई की सुबह 10.30 बजे प्रोफेसर पीजी कॉलेज गए थे। 1 बजे जब वे घर लौटे तो गेट का ताला टूटा हुआ था और घर में रखीं दो आलमारी खुली हुई थीं तथा सारा सामान बिखरा पड़ा था।
उन्होंने देखा तो आलमारी में रखा 1 लाख रुपए नकद, 1 लाख के चांदी के सिक्के व मछली के अलावा सोने के कंगन, 25 सोने के टप्स, झूमका, बाली सहित 9 लाख के जेवर गायब थे। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का जुर्म दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी।
शहर में लगातार हो रही चोरी को
ध्यान में रखते हुए आईजी हिमांशु गुप्ता व एसपी सदानंद कुमार के मार्गदर्शन में मामले में आरोपियों के धर-पकड़ के लिए क्राइम ब्रांच, साइबर सेल, थाना गांधीनगर व कोतवाली की संयुक्त टीम बनाकर लगाई गई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले में गंगापुर
तुलसी चौक के पास से तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पुलिस की पूछताछ में युवकों ने प्रोफेसर आरके जायसवाल के मकान से चोरी करने की बात स्वीकार की और दूसरी जगह चोरी की प्लानिंग बनाने की बात कही। पुलिस ने मामले में पश्चिम बंगाल के मुशर््िादाबाद जिले के ग्राम बेलडांगा माचापारा निवासी 22 वर्षीय हीरा शेख पिता फोरीयात शेख, 25 वर्षीय इन्नस शेख पिता जाति शेख और 33 वर्षीय मालारूल शेख पिता छादर अली उर्फ बाबू शेख को हिरासत में लिया।
कार्रवाई में गांधीनगर टीआई इम्मानुएल लकड़ा, एसआई सुरेश राठौर, एसआई अब्दुल मुनाफ, एएसआई अलंगो दास, साइबर सेल से एसआई मनीष यादव, क्राइम ब्रांच से एएसआई भूपेश सिंह, विनय सिंह, प्रधान आरक्षक रामअवध सिंह,
धर्मेन्द्र सिंह, आरक्षक भोजराज पासवान, राकेश शर्मा, बृजेश राय, जयदीप सिंह, नितिन सिन्हा, अमित विश्वकर्मा, दीन दयाल सिंह, जितेश साहू, अंशुल शर्मा, विरेन्द्र पैकरा, मनीष यादव, अमृत सिंह, अनुज जायसवाल, कोतवाली टीआई विनय सिंह बघेल, एसआई चेतन चंद्राकर व प्रवीन्द्र सिंह शामिल थे।
सीसीटीवी फुटेज से मिली सफलताचोरों ने चोरी करने से पूर्व
रेकी की थी और प्रोफेसर कॉलेज कब आते हैं और कब लौटतेे हैं, उसका पूरा ध्यान रखा था। इस दौरान जब वे प्रोफेसर आरके जायसवाल के घर में चोरी कर वापस जाने के लिए निकले थे तो मुख्य सड़क पर एक मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की नजर में आ गए थे। पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो उसमें दो आरोपी नजर आए। रात में जब क्राइम बांच की टीम पेट्रोलिंग कर रही थी, इसी दौरान गंगापुर के समीप दो युवक नजर आए। दोनों युवक सीसीटीवी फुटेज में भी दिखाई दिए थे। इस आधार पर ही दोनों से पूछताछ की गई और उनकी गिरफ्तारी संभव हो सकी।
दो करते थे चोरी, एक रहता था लॉज में
एडिशनल एसपी रामकृष्ण साहू व सीएसपी आरएन यादव ने बताया कि मामले का मुख्य सरगना मिराज जो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रहता है। वह अंबिकापुर में चोरी के वारदात में शामिल था और अपने साथियों के साथ वापस लौट गया था। वह ही रुपए देकर मुर्शिदाबाद के युवाओं को चोरी करने के लिए देश के अलग-अलग कोने में भेजता है।
उसने ही इन युवकों को बताया था कि अंबिकापुर अच्छी जगह है। तीन सदस्यों का गिरोह बनाकर अंबिकापुर में चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए भेजा था। दो युवकों ने चोरी करने के बाद मिले जेवर व नकदी को पूनम लॉज में ठहरे इन्नस शेख को दिया। इसके बाद सभी वहां से निकल गए। इन्नस शेख बैग में चोरी का सामान लेकर राउरकेला के लिए रवाना हो गया। वहां उसने बैग मुख्य सरगना मिराज को सौंप दिया।
45 हजार नकद व जेवर बरामद
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद पहुंची। यहां उन्होंने मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने के काफी प्रयास किए लेकिन वह नहीं पकड़ा जा सका। पुलिस ने युवकों की निशानदेही पर चांदी का सिक्का 18 नग, चांदी का पान पत्ता 5 नग, चांदी का लोटा 1 नग, चांदी का नारियल 1 नग, चांदी की मछली 2 नग, चांदी का सूप 1, चांदी का पायल ३ जोड़ी एवं नगदी 45 हजार रुपए बरामद किया।