script85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा से उखड़े पेड़, दबकर 2 की मौत, ब्लैक आउट | Heavy wind: Trees uprooted due to wind speed of 85 kmph, 2 killed | Patrika News

85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा से उखड़े पेड़, दबकर 2 की मौत, ब्लैक आउट

locationअंबिकापुरPublished: May 17, 2022 01:43:12 pm

Heavy wind: छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से विख्यात मैनपाट (Mainpat) में 50 से अधिक विद्युत खंभों के गिरने से बाधित है विद्युत आपूर्ति, तेजी से चल रहा सुधार कार्य, हवा (Wind) जब शांत हुई तो पेड़ों के नीचे दबे मिले 3 ग्रामीण, 2 की चली गई जान जबकि तीसरा घायल

Heavy wind

Villagers pressed under the tree

अंबिकापुर. Heavy Wind: जिला मुख्यालय अंबिकापुर के ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार की शाम आई तेज आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई है। 75 से 85 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा से जहां ग्रामीण क्षेत्रों में जान-माल का नुकसान हुआ है वहीं विद्युत व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। मैनपाट (Mainpat) व सीतापुर थाना क्षेत्र में आंधी-तूफान के कारण पेड़ के नीचे दब जाने से 2 ग्रामीणों की मौत (2 villagers death) हो गई। वहीं एक व्यक्ति घायल हो गया है। मैनपाट में कई विद्युत खंभों के गिरने से अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। मैनपाट क्षेत्र में 48 घंटे से भी अधिक समय तक ब्लैक आउट रहा। विद्युत विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर सुधार कार्य किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पश्चिमी विक्षोभ व हवा में नमी के प्रभाव से मैनपाट व सीतापुर क्षेत्र में रविवार की शाम तेज आंधी-तूफान चलने से भारी नुकसान हुआ है। मैनपाट व सीतापुर क्षेत्र के कई हिस्सों में दर्जनों पेड़ सडक़ पर गिरकर धराशायी हो गए। वहीं मैनपाट में मोबाइल टावर भी टूटकर लटक गया। इसके अलावा कई विद्युत खंभे भी धराशायी हो गए।
इसी घटनाक्रम में 2 लोगों की जान भी चली गई। सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम प्रतापगढ़ निवासी 50 वर्षीय कमल साय रविवार की शाम मवेशी चरा कर लौट रहा था। तभी वह तेज आंधी-तूफान की चपेट में आ गया। इस दौरान बांस का पेड़ उखडक़र कमल साय के ऊपर गिर गया। नीचे दबने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था।
जानकारी पर परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए सीतापुर अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रतापगढ़ में ही आंधी-तूफान में गिरे पेड़ की चपेट में आने से एक व्यक्ति घायल हुआ है।
वहीं रविवार की शाम आंधी-तूफान के कारण मैनपाट थाना क्षेत्र के लुरैना में नीलगिरी के पेड़ के नीचे दबने से 55 वर्षीय नइहर साय की मौत हो गई। उसकी मौत की जानकारी सोमवार की सुबह मिली। जब स्थानीय लोग व प्रशासनिक अधिकारी नुकसान का मुआयना करने सडक़ पर निकले तो मृतक पेड़ के नीचे दबा हुआ पाया गया।

75 से 88 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से चली थी हवा
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को मैनपाट व सीतपुर क्षेत्र में आया तेज आंधी तूफान ब्युफोर्ट स्केल के अनुसार स्ट्रॉन्ग गेल विंड (प्रचंड आंधी) कहा जा सकता है। इसमें हवा की गति 75 से 88 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार की मानी गई है। जो पेड़ के डंगाल तोडऩे, कच्चे मकान व छत तोडऩे तथा उड़ाने की सामथ्र्य रखती है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा तेज आंधी तूफान से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

आंधी-तूफान में गिरे 50 विद्युत खंभे
आंधी-तूफान से मैनपाट व आसपास के क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचा है। एक मोबाइल टावर के साथ ही दर्जनों पेड़ सडक़ पर गिर गए हैं। मलबा हटाने का काम सोमवार की देर शाम तक चलता रहा। विद्युत विभाग के अधिकारी आर नागवंशी ने बताया कि मैनपाट के नर्मदापुर, सरभंजा फीडर में 50 से ज्यादा विद्युत खंभे आंधी-तूफान में गिरे हैं। वही ३३ केवी के तार को भी नुकसान पहुंचा है। सब स्टेशन पर पेड़ गिरा है। इस कारण पूरे मैनपाट में विद्युत आपूर्ति बाधित है। मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लगेगा समय
तेज आंधी-तूफान के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मैनपाट क्षेत्र में हुआ है। विद्युत व्यवस्था चौपट हो गई है। रविवार शाम से ही पूरे मैनपाट क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बाधित है। लोग अंधेरे में हैं। वहीं विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। विभाग के अधिकारी आर नागवंशी ने बताया कि सोमवार शाम तक मैनपाट के शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल हो जाएगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में अभी समय लग सकता है।
11 केवी का तार सरभंजा फीडर में गिर जाने से ग्राम पंचायत लुरेना, पैगा, सुपलगा, अमगांव, परपटिया, डांडकेसरा, सरंभंजा, ललयेया, छपरा, केसरा, उदारडीह, पथरई व नर्मदापुर फीडर के ग्राम मालतीपुर, कुनिया, असकरा, नर्मदापुर, बरिमा, उरेंगा गांव प्रभावित हंै।
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