गौरतलब है कि पश्चिमी विक्षोभ व हवा में नमी के प्रभाव से मैनपाट व सीतापुर क्षेत्र में रविवार की शाम तेज आंधी-तूफान चलने से भारी नुकसान हुआ है। मैनपाट व सीतापुर क्षेत्र के कई हिस्सों में दर्जनों पेड़ सडक़ पर गिरकर धराशायी हो गए। वहीं मैनपाट में मोबाइल टावर भी टूटकर लटक गया। इसके अलावा कई विद्युत खंभे भी धराशायी हो गए।
75 से 88 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से चली थी हवा
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को मैनपाट व सीतपुर क्षेत्र में आया तेज आंधी तूफान ब्युफोर्ट स्केल के अनुसार स्ट्रॉन्ग गेल विंड (प्रचंड आंधी) कहा जा सकता है। इसमें हवा की गति 75 से 88 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार की मानी गई है। जो पेड़ के डंगाल तोडऩे, कच्चे मकान व छत तोडऩे तथा उड़ाने की सामथ्र्य रखती है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा तेज आंधी तूफान से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
आंधी-तूफान में गिरे 50 विद्युत खंभे
आंधी-तूफान से मैनपाट व आसपास के क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचा है। एक मोबाइल टावर के साथ ही दर्जनों पेड़ सडक़ पर गिर गए हैं। मलबा हटाने का काम सोमवार की देर शाम तक चलता रहा। विद्युत विभाग के अधिकारी आर नागवंशी ने बताया कि मैनपाट के नर्मदापुर, सरभंजा फीडर में 50 से ज्यादा विद्युत खंभे आंधी-तूफान में गिरे हैं। वही ३३ केवी के तार को भी नुकसान पहुंचा है। सब स्टेशन पर पेड़ गिरा है। इस कारण पूरे मैनपाट में विद्युत आपूर्ति बाधित है। मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लगेगा समय
तेज आंधी-तूफान के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मैनपाट क्षेत्र में हुआ है। विद्युत व्यवस्था चौपट हो गई है। रविवार शाम से ही पूरे मैनपाट क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बाधित है। लोग अंधेरे में हैं। वहीं विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। विभाग के अधिकारी आर नागवंशी ने बताया कि सोमवार शाम तक मैनपाट के शहरी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल हो जाएगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में अभी समय लग सकता है।