आईजी हिमांशु गुप्ता के निर्देशानुसार एसपी सदानंद कुमार द्वारा जिले में लंबित प्रकरणों के निराकरण हेतु खुद गठित किए गए विशेष अनुसंधान दल द्वारा जिले के प्रकरणों की विवेचना कराई जा रही है। इसी कड़ी में सीतापुर थाने में वर्ष 2016 के लंबित प्रकरण धारा 420, 467, 468, 471 व 120 बी के मामले में विशेष अनुसंधान दल ने ग्राम सोनतराई के तात्कालीन पटवारी व वर्तमान में धरमजयगढ़ में आरआई के पदस्थ राम कुमार राम एवं सोनतराई पंचायत की तात्कालिन सरपंच कौशिल्या मिंज को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि वर्ष 2008 में ग्राम सोनतराई निवासी सावित्री बाई व लालमुनी ने भू बिचौलियों के जाल में फंसकर सीतापुर निवासी प्रकाश अग्रवाल से कुछ राशि ली थी। समय पर रुपए वापस नहीं किए जाने पर प्रकाश अग्रवाल ने दबाव डालकर महिलाओं के नाम पर दर्ज भूमि लेने की सहमति बना ली, फिर तात्कालीन पटवारी व तात्कालीन सरपंच के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री कराकर नामांतरण भी करा लिया था।
सौदा 10 डिसमिल का और 67 डिसमिल की करा ली थी रजिस्ट्री
जमीन का सौदा 10 डिसमिल का हुआ था, लेकिन 45 डिसमिल भूमि जिसमें पीडि़ताओं का मकान भी था, उसकी भी रजिस्ट्री करा ली गई थी। आरोपियों ने मिलकर कुल 67 डिसमिल जमीन की कूटरचना कर रजिस्ट्री करा ली थी। पुलिस ने बताया कि इस मामले का मुख्य आरोपी प्रकाश अग्रवाल उच्च न्यायालय से जमानत पर है।
प्रकरण में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी शेष है। इस कार्रवाई में अनुसंधानल दल के अधिकारी उप निरीक्षक प्रियेश जॉन, प्रधान आरक्षक पन्नालाल, आरक्षक अरविंद उपाध्याय, निरंजन बड़ा, विकास सिंह, अमृत सिंह व संगीता बड़ा शामिल रहे।