जबकि बाहर पुलिस का पहरा था। सूचना पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पहुंचा तो वह सन्न रह गया। गार्ड ने तत्काल बाथरूम की ओर जाकर देखा तो बाथरूम की खिड़की का कांच टूटा हुआ था। गार्ड ने तत्काल उसकी खोजबीन शुरु कर दी। करीब 1 घंटे बाद अपचारी बालक को प्रतीक्षा बस स्टैंड से बरामद कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ निवासी एक किशोरी को चोरी के आरोप में पिछले दस दिनों से अंबिकापुर बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया है। मंगलवार की दोपहर अपचारी बालक का तबीयत खराब हो गई। बाल संप्रेक्षण गृह प्रबंधक ने उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया था। मंगलवार की दोपहर 12 बजे चिकित्सकीय इलाज के बाद उसे अस्पताल के जेल वार्ड में शिफ्ट कराया गया।
कुछ देर बाद जब नर्स अपचारी बालक को बॉटल चढ़ाने जेल वार्ड गई तो वह बिस्तर से गायब था। नर्स ने इसकी जानकारी जेल वार्ड के बाहर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी को दी। गार्ड ने अंदर देखा तो उसके होश उड़ गए। फिर वह बाथरूम में पहुंचा तो खिड़की के पास बाल्टी रखा हुआ था और खिड़की का कांच टूटा हुआ था।
अपचारी बालक बाथरूम के रास्ते से बाल्टी पर चढ़कर खिड़की का कांच तोड़कर जेल वार्ड के बगल में गार्ड रूम में घुस गया। इसके बाद गार्ड रूम की जर्जर खिड़की को तोड़कर अस्पताल के पीछे के रास्ते से भाग गया। अपचारी बालक के भागने की सूचना जब पुलिस के आला अधिकारियों को मिली तो खलबली मच गई।
इसी बीच अस्पताल में पहरे पर तैनात पुलिसकर्मी उसे खोजता हुआ प्रतीक्षा बस स्टैंड पहुंचा। यहां उसने देखा कि अपचारी बालक भागने की फिराक में बस का इंतजार कर रहा है। इसके बाद पुलिसकर्मी ने उसे धरदबोचा।