नीट 2019 के परिणाम गुरुवार को आने के बाद छत्तीसगढ़ में पहला स्थान प्राप्त करने वाले नबील शहजाद ने पत्रिका से चर्चा करते हुए बताया कि अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता एंव अपने टीचर्स को देना चाहूंगा। हमेशा उनसे प्रोत्साहन मिला, जिससे लगातार परफॉरमेंस में सुधार हुआ।
उन्होंने बताया कि जब उनके पिता अंबिकापुर में डीएफओ के पद पर पदस्थ थे, तब उनकी प्रारम्भिक शिक्षा कार्मेल स्कूल में हुई। आठवीं तक की पढ़ाई कार्मेल, 9वीं एवं 10वीं की पढ़ाई डीपीएस भिलाइ तथा 11 वीं-12वीं की पढ़ाई कोटा राजस्थान से पूरी की। 12 वीं के बाद वहीं रहकर नीट की परीक्षा के लिए तैयारी शुरू कर दी थी।
बड़ा भाई करता है प्रोत्साहित
नबील ने बताया कि उसका बड़ा भाई राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। माता-पिता के साथ वह भी हमेशा पढ़ाई के लिए उसे प्रोत्साहित करता रहता है। उसकी प्रेरणा से आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं। नबीन ने बताया कि प्रतिदिन 4 से 5 घंटा कोचिंग और क्लास की पढ़ाई के अतिरिक्त पढ़ाई करता था।
कोचिंग से कांॅफिडेंस बढ़ाने में काफी फायदा मिला है। नीट की तैयारी कर रहे साथियों को मैं सलाह देना चाहूंगा कि रेगुलर स्टडी करें। कोचिंग में जो बताया जाता है उसे घर पर आकर दोहरा लें, इससे उन्हें काफी फायदा मिलेगा।
प्रशासनिक क्षेत्र में चाहता है जाना
नबील ने बताया कि वह एमबीबीएस की पढ़ाई के साथ संघ लोक सेवा आयोग के परीक्षा की तैयारी करना चाहता है। उसने अभी एम्स की परीक्षा दी है अगर वहां चयन हो जाता है तो उसकी पहली प्राथमिकता वहां एडमिशन की है। वहां प्रवेश नहीं मिलने पर लखनऊ, सफदरगंज दिल्ली व मुम्बई उनकी प्राथमिकता है।