बजरंग दल का कहना है कि प्रदेश के 252 महाविद्यालयों में 1500 से अधिक अतिथि व्याख्याताओं के पद आज तक रिक्त हंै जिससे कई विषयों की पढ़ाई बाधित हो रही है। अध्यापन कार्य नहीं होने से छात्र बैरंग लौट रहे हैं। कई छात्रों ने तो महाविद्यालयों का त्याग कर दिया है।
लखनपुर, मैनपाट, चांदनी-बिहारपुर जैसे महाविद्यालय में तो एक एक सहायक प्राध्यापक पदस्थ हैं। इस प्रकार प्रदेश के कई महाविद्यालय में अध्यापन कार्य शून्य है। पवन पांडेय ने कहा कि सरकार छात्रों की पढ़ाई के साथ खिलवाड़ कर रही है। महाविद्यालयों के प्राचार्य भी आदेश के नाम पर छात्रों को गुमराह कर रहे हैं।
छात्रों की पढ़ाई रूकने में जितनी जिम्मेदारी सरकार की है उतनी ही प्राचार्यों की भी है। छात्र जब व्याख्याताओं की मांग करने जाते हैं तो प्राचार्य छात्रों को प्रायोगिक अंको के नाम पर डरा धमका कर शांत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा का बुरा हाल हो गया है।
इस दौरान अनिरुद्ध मिश्रा, सुजीत सिंह, परमेश्वर, विनोद, अमित तिवारी, आलोक, अमन, ज्ञानेंद्र अंकित, मो. हेसामुद्दीन सुप्रिया पांडेय, सुमन, स्वाति, सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नहीं हुई नियुक्ति तो अगले मंगलवार सामूहिक सुंदरकांड पाठ
बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द नियुक्ति नहीं दी जायेगी और अध्यापन कार्य चालू नहीं होगा तो अगले मंगलवार को सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन वृहद रुप से गांधी चौक पर किया जाएगा।
नहीं हुई नियुक्ति तो अगले मंगलवार सामूहिक सुंदरकांड पाठ
बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द नियुक्ति नहीं दी जायेगी और अध्यापन कार्य चालू नहीं होगा तो अगले मंगलवार को सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन वृहद रुप से गांधी चौक पर किया जाएगा।
अभिभावकों ने बताया कि बच्चों का भविष्य अंधेरे में है अगले माह की अद्र्धवार्षिक परीक्षा में विद्यार्थी बिना पढ़ाई के कैसे लिखेंगे। इस दौरान कई विद्यार्थियों ने प्रदेश सरकार की नीतियों की निंदा की।