पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव (Minister TS Singhdeo) और नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया द्वारा गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्वच्छता पुरस्कार (State cleanliness award) में राज्य एवं जिला स्तरीय पुरस्कारों में सरगुजा जिले को कुल 30 पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
ओडीएफ स्थायित्व जिला के लिए सरगुजा को 1 करोड़ रुपये का चेक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसमें राज्य स्तरीय 11 तथा जिला स्तरीय 19 पुरस्कार शामिल हैं।
मंत्री सिंहदेव ने इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से विभिन्न जिलों एवं विकास खण्डों से जुड़े जनप्रतिनिधियों एवं स्वच्छाग्रहियों से रू-ब-रू चर्चा की। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय मे देश एवं प्रदेश के लिए जो लक्ष्य दिया गया है उसे पूरा करना है ताकि स्वच्छ और सुंदर समाज की स्थापना हो सके।
मंत्री सिंहदेव ने इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग से विभिन्न जिलों एवं विकास खण्डों से जुड़े जनप्रतिनिधियों एवं स्वच्छाग्रहियों से रू-ब-रू चर्चा की। उन्होंने सभी विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले समय मे देश एवं प्रदेश के लिए जो लक्ष्य दिया गया है उसे पूरा करना है ताकि स्वच्छ और सुंदर समाज की स्थापना हो सके।
उन्होंने कहा कि आज अपशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन और निपटान बहुत बड़ी चुनौती बन गया है। अपने उपभोग की वस्तुएं ही खतरा बन गईं हैं। इन अपशिष्ट पदार्थों के उचित प्रबंधन के बारे में नही सोचेंगे तो आने वाले समय में समस्या विकराल हो जाएगी। इस दिशा में सभी की सहभागिता जरूरी है।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया (Minister Shiv Dahariya) ने कहा कि सरगुजा जिला स्वच्छता के क्षेत्र में शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। यह टीम भावना से किये गए कार्य का ही उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ओडीएफ का स्थायित्व आसान नहीं है।
समारोह में कलक्टर (Surguja collector) संजीव कुमार झा, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ कुलदीप शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी अम्बिकापुर स्थित स्वान कक्ष से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुडे हुए थे।
इन्हें मिले स्वच्छता पुरस्कार
स्वच्छ सुन्दर शौचालय के लिए जनपद लुण्ड्रा के ग्राम गगौली को प्रथम स्थान, ग्राम डकई के अलबिना को द्वितीय , ग्राम कुदर के सरजूराम को तृतीय, जनपद सीतापुर के ग्राम बेलगांव के मनबोध चतुर्थ तथा जनपद लुण्ड्रा के ही पति राम को पंचम पुरस्कार प्राप्त हुआ।
स्वच्छ सुन्दर सामुदायिक शौचालय में ग्राम लुण्ड्रा प्रथम स्थान, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन युक्त गांव के रूप में ग्राम दोरना, सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत के रूप मे ग्राम बटवाही, उत्कृष्ट स्वच्छाग्राही समूह के रूप में जीवन दीप महिला स्व सहायता समूह पंडरीपानी, उत्कृष्ट निबंधन लेखन के लिए खुशी कुमारी अजगले तथा पूजा गुप्ता को प्रथम, द्वितीय स्थान पर पुनिया घीचा,अंकुश पैकरा को तृतीय,
उत्कृष्ट नारा सृजन लेखन के लिए पुहपुटरा निवासी मीना राजवाड़े प्रथम, काराबेल निवासी करूणा द्वितीय तथा जजगा निवासी आभा तृतीय, स्वच्छता समूह द्वारा उत्कृष्ट दीवार लेखन में जीवन दीप महिला स्व सहायता समूह पंडरीपानी प्रथम, गौरी मां स्वयं सहायता समूह देवटिकरा द्वितीय तथा दुर्गा स्वयं सहायता समूह बेलगांव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
पुरस्कारों में मिली इतनी राशि
विकासखण्ड स्तर पर ओडीएफ स्थायित्व पुरस्कार के रूप में जनपद लुण्ड्रा को 50 लाख तथा ग्राम पंचायत स्तर पर पुहपुटरा को 20 लाख रूपए की सम्मान राशि तथा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इसी तरह सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त ग्राम पंचायत के रूप में बटवाही को राज्य स्तरीय पुरस्कार 1 लाख रुपए, जिला स्तर पर 21 हजार रुपए तथा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
गांव को स्वच्छ रखने के लिए बेस्ट वर्किंग प्लान (Best working plan) के तहत अंचल ओझा को द्वितीय पुरस्कार के लिए 11 हजार रुपए एवं प्रशस्ति पत्र, ग्राम स्वच्छता के संबंध में नवाचार का सुझाव के लिए डॉ. प्रशांत शर्मा को प्रथम पुरस्कार 21 हजार रुपए तथा अंचल ओझा को तृतीय पुरस्कार 5 हजार रूपए तथा प्रशस्ति पत्र,
सेग्रिगेशन शेड के उत्कृष्ट डिजाइन के लिए मुजफ्फर हुसैन को प्रथम पुरस्कार 21 हजार रुपए तथा अविनाश राज सिन्हा को तृतीय पुरस्कार 5 हजार रुपए प्रशस्ति पत्र, उत्कृष्ट बायो गैस संयंत्र के लिए ग्राम पुरकेला को राज्य स्तरीय पुरस्कार 51 हजार रुपए तथा प्रशस्ति पत्र, सामुदायिक शौचालय के उत्कृष्ट डिजाइन के लिए दीपक जायसवाल को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 5 हजार रुपए तथा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।