यहां इलाज के दौरान 13 अगस्त की दोपहर उसने दम तोड़ दिया। छात्रा की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे डॉक्टरों ने रायपुर के लिए रेफर किया था। परिजन उसे रायपुर ले जाने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान उसकी सांसें थम गईं। सूरजपुर जिले में डेंगू से मौत का संभवत: यह पहला मामला है।
छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई व रायपुर में डेंगू ने अपने पांव पसार रखे हैं। इस बीमारी से पिछले 14 दिनों में 16 लोगों की जान चली गई है। इनमें से अधिकांश 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं। कोरिया जिले की एक छात्रा की भी 9 अगस्त को डेंगू से रायपुर के निजी अस्पताल में मौत हो गई थी। अब डेंगू की दस्तक सूरजपुर जिले में भी पहुंच गई है।
ओडग़ी ब्लॉक के ग्राम बेदमी निवासी सुगंती अगरिया पिता शिवकुमार 17 वर्ष 11वीं कक्षा की छात्रा थी। तेज बुखार होने पर 9 अगस्त को छात्रा को परिजनों ने अंबिकापुर के मिशन अस्पताल में भर्ती कराया था। इस मामले में छात्रा के परिजनों का कहना है कि यहां जांच पश्चात उसमें डेंगू के लक्षण मिले थे।
इस दौरान उसका इलाज यहीं चल रहा था। इलाज के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं होने पर 13 अगस्त को डॉक्टरों ने उसे रायपुर के लिए रेफर कर दिया था। वे उसे रायपुर ले जाने की तैयारी कर ही रहे थे कि उसने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप
सूरजपुर जिले में डेंगू से छात्रा की मौत के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। सीएमएचओ डॉ. एसपी वैश्य का इस मामले में कहना है कि छात्रा की मौत की सूचना उन्हें मिली है।
उन्होंने स्वास्थ्य अमले को ग्राम बेदमी में पीडि़त परिवार के घर जांच के लिए भेजा है। वहां मृतिका के परिजन की भी जांच की जाएगी कि कहीं उनमें से भी कोई तो डेंगू से पीडि़त नहीं है।