अंबिकापुर. शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। इसी के मद्देनजर अब इस सप्ताह से दो दिन मंगलवार व बुधवार को आवश्यक सेवाओं को छोडक़र संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया जाएगा। इस दौरान सिर्फ दवा व दूध की दुकानें ही खुली रहेंगीं। इसके निर्देश कुछ दिन पूर्व बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी दिए थे।
इसी मामले को लेकर रविवार को प्रशासन व निगम ने शहर के व्यापारी संगठनों की राजमोहिनी भवन में एक बैठक बुलाई। इसमें कोरोना के नियंत्रण हेतु व्यापारियों से सुझाव लिए गए, साथ ही आवश्यक सतर्कता बरतने समझाइश भी दी गई। बैठक में महापौर ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की चेन तोडऩा है तो कम से कम 14 दिन का लॉकडाउन आवश्यक है, लेकिन फिलहाल दो दिन करके असर को देखा जाएगा।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि शहर में कोरोना संक्रमण के जो मामले आए हैं, उसमें सब्जी मंडी व किराना दुकान एक अहम केंद्र रहे हैं, इसलिए सावधानी काफी आवश्यक है। बैठक में व्यापारियों ने भी कई सुझाव दिए। बैठक में नो मास्क-नो गुड्स का भी सभी ने समर्थन किया। अब अगर कोई बिना मास्क पहने दुकान में जाता है तो उसे सामान नहीं दिया जाएगा। इस नीति को लागू कराने में प्रशासन भी सहयोग करेगा।
कोरोना वायरस से बचाव हेतु तीन माह किए गए लॉकडाउन में जिले व शहर में जो भी केस आए वे बाहर से लौटे थे। लेकिन अब लॉकडाउन खुलने के बाद सरगुजा के ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो ठीक है, लेकिन शहर खतरनाक स्थिति में पहुंचता दिख रहा है। हाल के कुछ दिनों में शहर में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है।
इसके बावजूद लोग बाजार में इस खतरनाक बीमारी के प्रति बेपरवाह नजर आ रहे हैं, नियमों का पालन नहीं हो रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन ने जोनवार टीम बनाकर सख्ती बरतनी शुरू की है, साथ ही दुकानों में भी सुरक्षा उपायों का पालन कराने पूरी कोशिश की जा रही है।
इन सब के बीच कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में हुई बैठक में सप्ताह में दो दिन मंगलवार व बुधवार को संपूर्ण लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया है। इसमें सिर्फ आवश्यक सेवाओं को छूट रहेगी। इसी निर्णय को लेकर रविवार को प्रशासन व निगम ने शहर के व्यापारी संगठनों के साथ बैठक लेकर उनके सुझाव लिए। बैठक में नो मास्क-नो गुड्स का भी सभी ने समर्थन किया।
अब अगर कोई बिना मास्क पहने दुकान में जाता है तो उसे सामान नहीं दिया जाएगा। व्यापारी संगठनों की इस नीति को लागू करने में प्रशासन भी सहयोग करेगा। बैठक में महापौर डॉ. अजय तिर्की, एसडीएम अजय त्रिपाठी, निगम आयुक्त हरेश मंडावी, चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष बाबूलाल गोयल, परशुराम सोनी, कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, प्रदेश मंत्री शुभम अग्रवाल, जिलाध्यक्ष रविंद्र तिवारी, राजू गोयल अन्य संगठनों के पदाधिकारी, व्यापारी व निगम के पार्षद शामिल हुए।
सब्जी मार्केट व किराना दुकान पर बरतें सावधानी बैठक में महापौर डॉ. अजय तिर्की ने कोरोना संक्रमण को लेकर अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की चेन तोडऩा है तो कम से कम 14 दिन का लॉकडाउन आवश्यक है, लेकिन अभी सप्ताह में दो दिन का फैसला लिया गया है, इसे लागू करके असर देखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि अब तक मिले कोरोना के केस पर नजर डालें तो सब्जी मंडी व किराना दुकानों पर खतरा ज्यादा नजर आता है। उन्होंने कहा कि जब भी मंडी से लोग सब्जी खरीदकर घर ले जाते हैं तो उसे सीधे अंदर न ले जाएं, कुछ देर बाहर ही रखें। इन दोनों स्थानों पर सावधानी बरतना जरूरी है।
भीड़ वाले स्थानों पर मास्क जरूरी महापौर ने कहा कि मास्क का उपयोग करना काफी जरूरी है, विशेषकर भीड़ वाले स्थानों पर तो बिना मास्क पहने न घूमें। उन्होंने कहा कि तीन महीने के लॉकडाउन से बहुत कुछ सीखने को मिला है। स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी गाइडलाइन का अवश्य पालन करें।
कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी ही है। निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने भी कहा कि कोरोना से बचने के लिए सुरक्षा उपायों का पालन आवश्यक है। सप्ताह में दो दिन लॉकडाउन से कोरोना की चेन पर कुछ तो असर पड़ेगा।
व्यापारियों ने भी दिए सुझाव शहर के व्यापारी संगठनों के पदाधिकारियों ने भी बैठक में प्रशासन को अहम सुझाव दिए। महापौर के १४ दिन के लॉकडाउन की बात का अधिकांश व्यापारियों ने समर्थन किया, वहीं कुछ ने कहा कि सुरक्षा बढ़ाकर भी कोरोना पर काबू पाया जा सकता है।
साथ ही ये मांग रखी कि बाहर से लौटकर आने के बाद सूचना न देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए, क्योंकि उन्हीं से कोरोना का संक्रमण फैलने का सर्वाधिक खतरा रहता है। इसके अलावा शहर में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का उपयोग व अन्य नियमों का भी कड़ाई से पालन करने का सुझाव व्यापारियों ने दिया। इसके अलावा व्यापारियों की तरफ से एक हफ्ता बाजार खोलकर, एक हफ्ता बंद करने जैसे भी सुझाव आए।