रविवार की दोपहर अचानक मौसम बदला व तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। वहीं तेज हवाओं के कारण छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से विख्यात मैनपाट में भारी नुकसान हुआ है। टाइगर प्वाइंट मार्ग के बीच कुनिया सहित अन्य कई हिस्सों में लगभग 100 से अधिक विशाल पेड़ सडक़ पर गिरकर धराशायी हो गए।
वहीं मोबाइल टावर भी टूटकर लटक गया। इसके अलावा कई विद्युत खंभे भी धराशायी हो गए। कई कच्चे मकानों की छत उड़ गई। विद्युत खंभों व पेड़ों के गिरने से मैनपाट सहित आसपास के इलाकों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। हाईटेंशन लाइन भारी नुकसान होने से मैनपाट में विद्युत आपूर्ति बहाल होने में काफी समय लग सकता है।
इधर मौसम वैज्ञानिक (Weather scientist) के अनुसार अरब सागर से नमीयुक्त हवा सीधे मध्य भारत में पहुंच रही है। ऊपर पश्चिमी उत्तरप्रदेश से दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश तक एक द्रोणिका और दूसरी द्रोणिका बिहार से उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए विदर्भ, तेलंगाना, अंदरूनी कर्नाटक से दक्षिण तमिलनाडु तक सक्रिय है।
वातावरण में नमी की मात्रा बढ़े हुए होने और दिन के पूर्वार्ध में इसके गर्म होने से भूजल वाष्पन की दर बढ़ी हुई है। इससे दिन के उत्तरार्ध में बादल बन रहे हैं और कहीं-कहीं तेज हवा के साथ मेघ गर्जन और हल्की वर्षा भी देखी जा रही है।