बेटे ने एसबीआई के टोल फ्री नंबर पर कॉल कर एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया था। जब 13 दिन बाद वेतन खाते में आया तो खाते से किसी ने 21 हजार ट्रांसफर कर लिया। इसलिए आप भी ऐसे लोगों से सावधान रहें, जो आपका एटीएम व ओटीपी नंबर मांगते हों।
शहर के केदारपुर निवासी 46 वर्षीय कृष्णमुरारी शर्मा वन रक्षक के पद पर अंबिकापुर वन विभाग में पदस्थ है। १४ सितंबर को उसके मोबाइल पर 6391821768 से अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। अज्ञात व्यक्ति ने वन रक्षक से जनधन योजना के संबंध में जानकारी मांगी। कॉल करने वाले ने एटीएम कार्ड का नंबर व ओटीपी नंबर भी मांग लिया।
इस दौरान उसके खाते में रुपए नहीं थे। 29 सितंबर को जब उसके खाते में वेतन आया तो ३ हजार रुपए लोन कट गया। उसके बाद पांच-पांच हजार रुपए चार बार में उसके खाते से रविन्द्र मरावी नामक व्यक्त के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया।
बुधवार को भी १३५० रुपए खाते से ट्रांसफर कर लिया गया। वन रक्षक ने इसकी शिकायत एसबीआई के ब्रांच मैनेजर से की। इसके बाद कोतवाली में इसकी शिकायत की। पुलिस शिकायत दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
एटीएम कार्ड ब्लॉक कराने के बाद भी फर्जीवाड़ा
वन रक्षक कृष्णमुरारी ने 14 सितंबर को अज्ञात व्यक्ति को मोबाइल पर एटीएम कार्ड व ओटीपी नंबर बताने की जानकारी अपने घर आकर अपने पुत्र यश शर्मा को दी। यश शर्मा 11वीं में पढ़ता है। वह समझ गया कि मेरे पिता जी कहीं न कहीं एटीएम कार्ड फर्जीवाड़ा में फंस गए हैं। वह 15 सितंबर को एसबीआई के टोल फ्री नंबर पर फोन कर इसकी सूचना दी थी।
बैंक द्वारा एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराने की बात कही गई थी। उसने टोल फ्री नंबर पर ही अपने पिता का एटीएम कार्ड ब्लॉक करवा दिया था। कार्ड ब्लॉक किए जाने का मैसेज भी उसके मोबाइल पर आया था। इसके बादवजूद 29 सितंबर को खाते में वेतन 24 हजार रुपए आने के बाद 21 हजार रुपए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया गया।