पुलिस का कहना है कि होटल संचालक से युवक ने एक लाख से ज्यादा रुपए कर्ज लिए थे, जिसे वापस मांगने के लिए होटल संचालक द्वारा उस पर दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
शहर के नमनाकला स्थित पॉलीटेक्निक कॉलेज के बगल में रहने वाले मनोज सिंह पिता प्रभुदयाल सिंह 27 वर्ष जमीन का कारोबार करता था। शनिवार की रात वह घूमकर घर पहुंचा और करीब 11 बजे तक अपनी मां से बातचीत की।
इसके बाद वह अपने कमरे में सोने चला गया। सुबह 7 बजे उसके छोटे भाई आलोक ने जब कमरे में झांका तो नायलोन की रस्सी के सहारे मनोज की लाश फांसी पर लटकती देखी।
इसकी सूचना उसने तत्काल अपने चचेरे भाई अभिनंदन को दी। इस दौरान जवान बेटे की मौत से घर में कोहराम मच गया था। अभिनंदन सिंह की सूचना पर गांधीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की।
पैंट की जेब में मिला सुसाइड नोट
पुलिस ने जब युवक के जिंस पैंट की जेब की तलाशी ली तो एक ब्लैंक चेक मिला। इसमें युवक ने सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत का कारण शहर के दावत होटल के संचालक शिवलाल जायसवाल को बताया है।
पुलिस ने बताया कि युवक द्वारा लिखे सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र है कि उसने शिवलाल जायसवाल ने कुछ रुपए कर्ज लिए थे, जिसका 8 माह का ब्याज भी चुकता किया था।
इसके बाद भी मूल राशि के लिए होटल संचालक द्वारा दबाव बनाया जा रहा था। होटल संचालक द्वारा धमकी दी जाती थी कि वह उसे घर से उठवा लेगा। इससे तंग आकर वह यह कदम उठा रहा है।
दोनों जमीन का करते थे कारोबार
गांधीनगर पुलिस ने बताया कि मृतक व होटल संचालक मिलकर जमीन का कारोबार करते थे। इस दौरान ही मृतक ने किसी जमीन को खरीदने होटल संचालक से रुपए लिए थे। पुलिस ने मृतक के घरवालों का बयान भी दर्ज किया है।
पुलिस ने पंचनामा पश्चात शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया। पीएम पश्चात शव उसके परिजन को सौंप दिया गया। इधर युवक के असमय मौत से उसके परिजन का जहां रो-रोकर बुरा हाल है वहीं मोहल्ले में भी मातम पसर गया है।