मृतक चंद्रशेखर सुनकारा आयोवा डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक सेफ्टीज टेक्नोलॉजी सर्विस ब्यूरो में कार्यरत थे। वहीं लवानिया एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थीं। वेस्ट डेस मोइनेस पुलिस के अनुसार दो वयस्क और उनके दो बच्चे,मेहमान के रूप में यहां रह रहे थे। पुलिस को परिवार के इन सदस्यों के शवों पर गोलियों के कई निशान मिले थे।
घटना उस वक्त सामने आई जब इस परिवार के घर में ठहरे रिश्तेदारों ने इनके शवों को देखा और स्थानीय अधिकारियों को घटना की सूचना दी। पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘लवानिया सुनकारा और दो लड़कों की जिस तरीके से मौत हुई वह हत्या है। चंद्रशेखर सुनकारा की मौत का तरीका आत्महत्या है।