उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि आईसीबीएम के परीक्षण में क्या कमी थी जिसकी वजह से उनके लिए खतरा नहीं है। इससे पहले मैटिस ने आशंका जताई थी कि उत्तर कोरिया संभवत ऐसी मिसाइलें विकसित कर रहा है जो दुनिया में कहीं भी मार करने में सक्षम होंगी। उन्होंने कहा था कि उत्तर कोरिया ने आईसीबीएम का प्रक्षेपण किया जिसने उसके द्वारा दागी गई पहले की सभी मिसाइलों से कहीं अधिक ऊंची उड़ान भरी।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने गत 29 नवंबर को बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी जो जापान के ऊपर से गुजरकर जापान सागर में गिरी थी। दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका ने इस परीक्षण की कड़ी आलोचना की थी।
अमरीका सैन्य अड्डों पर कर रहा उपकरण तैनात
उत्तर कोरिया को करारा जवाब देने के लिए अमरीका ने तैयारी शुरू कर दी है। अमरीका प्योंगयांग को मुहंतोड़ जवाब देने के लिए बाहरी इलाकों में उपकरण तैनात कर रहा है। अमरीका पश्चिमी तटों के सैन्य अड्डों पर नए मिसाइल विरोधी उपकरण स्थापित करने में जुटा है। गौरतलब है कि अमरीका के लगातार विरोध के बाद पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था।
जिसके बाद अमरीका ने अपने पश्चिमी तटों पर रक्षा ठिकानों की निगरानी बढ़ानी शुरू कर दी है। शनिवार को दो कांग्रेस सदस्यों ने बताया कि उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल दागे जाने की स्थिति से निपटने और गिराने के लिए अमरीका पश्चिमी तटों के सैन्य ठिकानों पर नए मिसाइल विरोधी उपकरण तैनात कर रहा है।