सीजनल फुटबॉल मैच की टिकट के लिए जमा कर रहे थे पैसे
लिफाफे में रखे इन पैसों पर उनके दो वर्षीय बच्चे की नजर गई, जिसने उसे कागज कटाई की मशीन में डालकर सभी नोटों को तहस-नहस कर दिया। बेन और जैकी बेलनप नाम के इस दंपति ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, वो पिछले एक साल से उटाह विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले सीजनल फुटबॉल मैच की टिकट के लिए पैसे जमा कर रहे थे।
‘उटाह यूटीईएस टिकट्स’ नाम के लिफाफे में रखे थे 1060 डॉलर
जैकी ने बताया कि उन्होंने लिफाफे पर ‘उटाह यूटीईएस टिकट्स’ लिखकर उसमें 1060 डॉलर रखे हुए थे। लिफाफे को उन्होंने काउंटर पर रखा था, ताकि परिवार वालों को पैसे देते समय कोई भूल न हो। हालांकि बाद में जब वे पैसों की खोज करने लगे तो उनके सामने खुलासा हुआ कि उनके दो वर्षीय बेटे लियो ने मेहनत से कमाए और महीने से संभाल के रखे पैसों के टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं। दंपति ने मीडिया को जानकारी दी कि, ‘जब अचानक हमारी नजर कटे हुए नोटों पर गई तो पहले हमदोनों को अपने बेटे की इस शरारत पर हंसी आई, लेकिन थोड़ी देर बाद हमारे मेहनत की कमाई का ऐसा हाल देखकर हमें बहुत रोना आया।’
वापस मिल सकते हैं बरबाद रकम
हालांकि स्थानीय मीडिया में दावा किया जा रहा है कि दंपती को उनके बर्बाद हुए पैसे वापस मिल सकते हैं। लेकिन इसमें लगभग 2 साल से अधिक समय लग सकता है। दरअसल वहां एक सरकारी दफ्तर है जो कटे और खराब नोट बदलता है, वहीं से ये क्षतिपूर्ति हो सकती है।