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ऊर्जा विभाग ने की हमले की पुष्टी
अमरीकी मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊर्जा विभाग के मुख्य सूचना अधिकारी रॉकी कैंपियोन ने इस हमले की पुष्टी कर दी है। जिसके बाद एनएनएसए और ऊर्जा विभाग ने साइबर हमले से जुड़ी सभी जानाकरियों को अमरीकी कांग्रेस के साथ साझा कर दी हैं। इस हमले को लेकर जल्द ही सरकार की ओर से बयान आ सकता है।
इन एजेंसियों को पहुंचाया नुकसान
साइबर अटैक में जिन फेडरल एजेंसियों को नुकसान पहुंचा है उनमें न्यू मैक्सिको और वाशिंगटन की फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमीशन यानी एफईआरसी, सैंडिया राष्ट्रीय प्रयोगशाला न्यू मेक्सिको और लॉस अलामोस राष्ट्रीय प्रयोगशाला वॉशिंगटन, राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन का सुरक्षित परिवहन कार्यालय और रिचलैंड फील्ड कार्यालय हैं। ये सभी विभाग अमेरिका के परमाणु हथियारों के भंडार को नियंत्रित और उनके सुरक्षित परिवहन का भार संभालते हैं।
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शुरू हुई जांच
इस साइबर हमले की फेड एजेंसियों की ओर से जांच शुरू हो चुकी है। अधिकारियों की मानें तो हैकर्स अन्य एजेंसियों के मुकाबले फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमीशन ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।इस एजेंसी के नेटवर्क में उन्हें सबसे ज्यादा घुसपैठ करने के सबूत मिले हैं। इस मामले में साइबर सिक्योरिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी हैकिंग गतिविधियों से जुड़ी जांच में अमेरिकी फेडरल सर्विसेज को मदद कर रही है।
इस बात की जानकारी नहीं
वहीं दूसरी ओर सबसे बड़े खतरे की बात तो यह है कि अमेरिकी अधिकारियों को इस बात की जानकारी हासिल नहीं हो सकी है कि हैकर्स की ओर से कितनी जानकारी को हासिल किया है। फेड एजेंसीज इस बात को पता लगाने में जुटी हैं कि हैकर्स की ओर से कौन सी जानकारी कौन सी जानकारी को चुराया है। अधिकारियों की मानें तो कुछ ही दिनों में इस बात की जानकारी हासिल कर लेंगे।