अमरीकी समाचार पत्र ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट में किए गए एक दावे के अनुसार राष्ट्रपति बनने के बाद से डोनाल्ड ट्रंप ने औसतन 5.6 दावे रोज ऐसे किए हैं, जो झूठ हैं अथवा झूठे व भ्रामक तथ्यों पर आधारित हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्रंप के दावों और कही गई बातें विश्लेषण में गलत साबित हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार पहले राष्ट्रपति ट्रंप के प्रथम 100 दिन के कामकाज के विश्लेषण के अनुसार 4.9 दावे ऐसे पाए गए। वहीं लगातार राष्ट्रपति अपनी बातों को दोहराते पाए गए। उनके अधिकतर भाषणों में तकरीबन कुछ दावे ऐसे रहे हैं जो पूरे साल भर दोहराए गए, लेकिन वास्तविकता के धरातल पर उनका कोई वजूद नहीं नजर आया।
बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दिए गए बयानों और किए दावों के नियमित अध्ययन में सामने आया कि 70 दावे ऐसे रहे हैं जिन्हें 3-4 बार से अधिक दोहराया गया। इनमें ट्रंप के पंसदीदा फैसले जैसे मैक्सिकन बॉर्डर पर एक साल में अपेक्षाकृत कम लागत पर दीवार का निर्माण कर लेने का दावा, डायवर्सिटी वीजा लॉटरी सिस्टम और ड्रग्स सप्लाई रोकने के लिए किए गए दावे भी शामिल हैं। क्योंकि जानकारों का कहना है कि एक साल में कम लागत से मैक्सिन बॉर्डर पर दीवार बना पाना असंभव है। इस कार्य में न्यूनतम 4 साल का समय लगेगा ही।