कल्पना को मरणोपरांत कांग्रेसनल अंतरिक्ष पदक
कल्पना चावला को कांग्रेस ने मरणोपरांत कांग्रेसनल अंतरिक्ष पदक सम्मान दिया है। एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने मरणोपरांत कल्पना को नासा स्पेस फ्लाइट पदक और नासा विशिष्ट सेवा पदक से नवाजा है। इस मौके पर ट्रंप ने कहा, ‘कल्पना चावला अपने कार्य को लेकर हमेशा सजग रहती थी। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि कल्पना चावला की उनकी उपलब्धियों के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
1997 में पहली बार भरी थी उड़ान
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला ने साल साल 1988 में नासा के लिए काम करना शुरु किया था। वह पहली 1997 में अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थी। इसके अलावा उन्होंने 2003 में दूसरी बार अंतरिक्ष की यात्रा की लेकिन कोलंबिया अंतरिक्ष यान हादसे में उनकी मौत हो गई थी। इस हादसे में कल्पना के अलावा छह अंतरिक्ष यात्रियों की भी मौत हो गई थी।
चंडीगढ़ से की थी पढ़ाई
कल्पना चावला ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ से ऐरोनॉटल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने अमरीकी में जाकर मास्टर्स की शिक्षा पूरी की। हरियाणा के करनाल जिले में जन्मी कल्पना ने अमरीका में जाकर वहां की नागरिकता ले ली थी। उन्होंने फ्रांस के रहने वाले जान पियर से शादी की थी जो एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के तौर पर काम करते थे।