अब इस पूरे मामले के बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर स्टूडेंट ऐसे हथियार रख सकते हैं तो शिक्षकों को भी हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेनी चाहिए और जरूरत पड़ने पर उन्हें हथियार का इस्तेमाल भी करना चाहिए। इसके अलावा ट्रंप ने साथ ही बंदूकें रखने वालों की पृष्ठभूमि की कड़ी जांच करने की बात कही।
बुधवार को व्हाइट हाउस में मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल के विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपका पक्ष सुनना चाहता हूं, लेकिन इससे पहले की हम शुरूआत करें, मैं आपको बता दूं कि अब पृष्ठभूमि की कड़ाई से जांच की जाएगी और किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।’
इस दौरान ट्रंप ने कहा कि वो गन ओनर्स के बैकग्राउंड को लेकर सख्त चेकिंग को अनिर्वाय करेंगे। ट्रंप ने कहा एक पागल के लिए गन फ्री जोन का मतलब है कि आओ और हमला करो। अगर किसी टीचर के पास हथियार होते तो शायद हमलावर को जवाब दिया जा सकता था और सबकुछ जल्दी से खत्म हो सकता था। ट्रंप ने सलाह दी कि स्कूल के 20 प्रतिशत टीचर्स को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। ट्रंप के मुताबिक यह सिर्फ तभी हो पाएगा जब लोगों को पता होगा कि उन्हें बंदूक कैसे चलानी है।
आपको बता दें कि फ्लोरिडा में पिछले बुधवार को स्कूल में फायरिंग करने वाले 17 के निकोलस क्रूज ने कानूनी रूप से बंदूक खरीदी थी। इस स्कूल के छात्रों ने हथियारों पर नियंत्रण के लिए सख्त नियम बनाने की मांग की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सारा सैंडर्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख पर कहा कि बातचीत चल रही है और सुधारों पर विचार चल रहा है। राष्ट्रपति फेडरल बैकग्राउंड चेक सिस्टम को बेहतर बनाए जाने के प्रयासों के प्रति समर्थन भरा रवैया रखते हैं।