पाकिस्तान: सेहत में सुधार के बाद नवाज शरीफ अस्पताल से वापस जेल भेजे गए, विदेश में नहीं होगा इलाज अमरीकी चुनावों की आंच मार्क जुकरबर्ग द्वारा स्थापित सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान धोखाधड़ी और फर्जी समाचार प्रसारित करने के लिए अपने मंच के उपयोग करने देने का आरोप है। कंपनी बाद में इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दे पाई जिसके चलते वह विवादों में फंस गई। वर्तमान जांच में फेसबुक के तकनीकी टीम ने आठ फेसबुक पेज और 17 प्रोफाइल, साथ ही साथ सात इंस्टाग्राम खातों को हटा दिया है।
संदिग्ध तथ्यों के चलते हटाया अकाउंट हटाए गए पृष्ठों में से एक को “रेसिस्टर” कहागया है। इस पेज से एक फेसबुक इवेंट बनाया गया था – “नो यूनिट द राइट 2-डीसी”। इसे 12 अगस्त को अल्ट्राराइट द्वारा आयोजित गया था। फेसबुक ने स्वीकार किया, “हम अभी भी हमारी जांच के शुरुआती चरणों में हैं और इसमें सभी तथ्य नहीं हैं। इसके पीछे कौन हो सकता है, हम इसकी जांच कर रहे हैं।” फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा कि जिसने भी इन एकाउंट्स को बनाया है, उसकी जांच करने के लिए हम बहुत अतीत में भी गए लेकिन एक रूसी इंटरनेट सर्वर पर बने होने के कारण हमें बहुत सी जानकारियां हासिल नहीं हो सकीं।
97 यात्रियों के साथ एरोमेक्सिको का विमान दुर्घटनाग्रस्त, सभी यात्री सुरक्षित बता दें कि फेसबुक कैंब्रिज अनलिटिका विवाद में फंस चुका है। ब्रिटेन की एक रिसर्च फर्म कैंब्रिज अनलिटिका पर फेसबुक और अमरीका के न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि 2016 के चुनाव को प्रभावित करने के प्रयास में धोखाधड़ी और नकली खबरों के चलते डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस जीता था। कैंब्रिज अनलिटिका पर यह भी आरोप है कि उसने फेसबुक से डाटा लीक किया और उसका दुरुपयोग अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में किया गया।