एफबीआई एजेंटों ने माइकल कोहेन के न्यूयॉर्क स्थित उनका दफ्तर पर छापा मारा है। आपको बता दें कि कोहेन पर आरोप लगा है कि उन्होंने ही स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे ऑफर किए थे, ताकि वो ट्रंप के साथ संबंधों पर चुप्पी साधे रहें। उनपर आरोप है कि स्टॉर्मी को 843.67000 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया गया था। कोहेन के स्वयं के वकील स्टीफन रयान ने कहा कि एफबीआइ एजेंट ने कोहेन और उनके मुवक्किलों के बीच विशेषाधिकार प्राप्त संचार पर रोक लगा दी। अमेरिका के विशेष सलाहकार रॉबर्ट मुलर के कहने पर ऐसा किया गया, मुलर ही रूस और ट्रंप अभियान के बीच संबंधों की जांच कर रहे हैं।
आपको बता दें कि कोहेन काफी सालों से ट्रंप के व्यक्तिगत वकील हैं और उनके विश्वासपात्रों में से एक हैं। वो हमेशा से ट्रंप (जब बिजनेसमैन थे) को अचल संपत्ति और व्यक्तिगत मामलों पर सलाह देते आए हैं। उनके राष्ट्रपति बनने तक उन्होंने हमेशा समर्थन किया।
एफबीआई की इस कार्रवाई के बाद माइकल कोहेन के वकील का कहना है कि ये कार्रवाई बिल्कुल अनुचित है और गैरजरूरतमंद है। कोहेन के वकील का कहना है कि ट्रंप के साथ अपने संबंधों को छिपाने के लिए स्टॉर्मी को यह भुगतान किया गया। रयान ने छापा मारने के दौरान अभियोजन पक्षों पर दबाव डाला, जिसकी वजह से मुलर ने अपनी जांच को लेकर ट्रंप का साक्षात्कार करना चाहते थे।
पिछले हफ्ते ट्रंप ने स्टॉर्मी डेनियल्स को भुगतान दिए जाने के मसले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनके वकील माइकल कोहेन ने किस लिए एडल्ट स्टार को पैसे का ऑफर किया गया था।