मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, अकबर के पिता ने मीडिया को बताया है कि अकबर पर उस समय फायरिंग की गई, जब वो पार्किंग में अपनी कार के पास टहल रहा था। गोली लगने के बाद उसे गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पीड़िता परिवार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अमरीका जाने के लिए इमरजेंसी वीजा देने की अपील की है।
30 साल का अकबर वहां मास्टर्स इन कंप्यूटर सिस्टम नेटवर्किंग एंड टेलीकम्यूनिकेशन की पढ़ाई कर रहा था। अकबर मूल रूप से हैदराबाद के उप्पल का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक, ये हमला शनिवार को हुआ है। पार्किंग में टहलते वक्त कुछ अज्ञात लोगों और अकबर के बीच किसी बात पर बहस कहासुनी हुई थी। इस बीच विवाद बढ़ा तो दूसरे पक्ष के लोगों ने अकबर को गोली मार दी और मौके से फरार हो गए।
घटना के वक्त मौका ए वारदात पर मौजूद लोगों ने अकबर को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं इस मामले में पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। अकबर के पिता ने केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार से भी मदद मांगी है। राज्य सरकार से अकबर के पिता ने अमरीका में सही इलाज दिलाए जाने और ठीक होने के बाद अकबर को भारत वापस लाने की अपील की है।
आपको बता दें कि अमरीका में पिछले कुछ समय से भारतीयों पर होने वाले हमलों में इजाफा हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद भारतीय छात्रों पर हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस साल के शुरूआत में ही कंसास के एक बार में श्रीनिवास कुचिभोटला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हैदराबाद के रहने वाले इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय 51 साल के एक रिटायर्ड नौसैनिक ने यह कहते हुए उनपर गोली चलाई थी कि ‘निकल जाओ मेरे देश से..
इसके अलावा इस साल मार्च महीने में वाशिंगटन में मास्क पहने बंदूकधारी ने एक भारतवंशी सिख को गोली मार दी थी। उस समय भी वह चिल्ला रहा था ‘निकल जाओ मेरे देश से।