बहुपक्षवाद के लिए यह मुश्किल दौर उन्होंने कहा कि भारत और चीन जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं, ताकि हमें जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी प्रभाव न झेलने पड़ें। गुटेरेस एक समारोह में बोल रहे थे, जहां मिस्र ने इक्वोडोर से जी77 का नेतृत्व ग्रहण किया। गुटेरेस ने कहा कि जी77 बहुपक्षवाद की रक्षा का आधारभूत स्तंभ है और बहुपक्षवाद के लिए यह मुश्किल दौर चल रहा है।
सुरक्षा परिषद में सुधार जरूरी उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सत्ता का संतुलन सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा परिषद में सुधार जरूरी है। उन्होंने कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र को अधिक लोकतांत्रिक बनाने को लेकर चिंतित हैं, जिसमें सत्ता अधिक संतुलित तरीके से विभाजित हो और इसके लिए निश्चित तौर पर सुरक्षा परिषद में सुधार आवश्यक है।”जी77 की अध्यक्षता ग्रहण करते हुए मिस्र के स्थायी प्रतिनिधि अम्र अब्देल्लतीफ अबौलत्ता ने कहा कि संगठन जलवायु परिवर्तन से इस प्रकार निपटने में एकजुट होकर
काम ? करेगा, जिससे विकास को भी बढ़ावा मिले।
गरीबी निवारण संगठन की प्राथमिकता उन्होंने कहा कि विकास और गरीबी निवारण संगठन की प्राथमिकता रहेगी। गरीबी दुनिया की अधिकांश समस्याओं का प्रमुख कारण है। इसके लिए विकासशील देशों में
रोजगार और उत्पादन क्षमता बढ़ाना जरूरी है।महासभा के अध्यक्ष मिरोस्लाव लाजैक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए जी77 की भागीदारी बेहद जरूरी है।