आसिया बीबी की रिहाई के बाद पाकिस्तान के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन ईंधन खत्म होने के संकेत करीब दो सप्ताह पहले ही मिले थे नासा के एस्ट्रोफिजिक्स विभाग के निदेशक पॉल हर्ट्ज का कहना है कि केपलर का जाना कोई अनपेक्षित नहीं था। केपलर का ईंधन खत्म होने के संकेत करीब दो सप्ताह पहले ही मिले थे। नासा की ओर से जारी बयान के अनुसार,केपलर ने दिखाया कि रात में आकाश में दिखने वाले 20 से 50 प्रतिशत तारों के सौरमंडल में पृथ्वी के आकार के ग्रह हैं और वे अपने तारों के रहने योग्य क्षेत्र के भीतर स्थित हैं।
केपलर धरती से दूर सुरक्षित कक्षा में है केपलर का ईंधन पूरी तरह से खत्म होने से पहले ही वैज्ञानिक उसके पास मौजूद सारा डेटा एकत्र करने में सफल रहे। नासा का कहना है कि फिलहाल केपलर धरती से दूर सुरक्षित कक्षा में है। नासा केपलर के ट्विटर हैंडल से इसके बारे में डीटेल देते हुए ट्वीट भी किया गया। इसके मुताबिक यह टेलिस्कोप 9.6 साल स्पेस में रहा। 5,30,506 तारों का अवलोकन किया। इसमें से 2,663 ग्रहों की पुष्टि की गई।