व्हाइट हाउस की तरफ जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि मैनहटन हमले के बाद पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में पीएम मोदी ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। साथ ही पीएम मोदी ने आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा की।
व्हाइट हाउस ने बताया ‘दोनों नेताओं ने संकल्प लिया कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के वैश्विक खतरे के खिलाफ एक साथ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.’ इससे पहले मोदी ने टि्वटर पर भी इस हमले की निंदा की थी। उन्होंने कहा था ‘न्यूयॉर्क शहर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले को 9/11 के बाद अमरीका पर हुआ सबसे खतरनाक हमला बताया है।
ब्रिटिश पीएम ने भी की फोन पर बात
व्हाइट हाउस के अनुसार, ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने भी फोन पर ट्रंप से बात की. ‘राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मे ने अमेरिका और ब्रिटेन के बीच आतंकवाद से निपटने के लिए करीबी समन्वय के महत्व पर सहमति जताई.’
आपको बता दें कि हाल ही में अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन पाकिस्तान के दौरे पर थे, जहां उन्होंने 75 आतंकियों की लिस्ट पाकिस्तनी विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ को सौंपी थी। हैरानी वाली बात ये थी कि इस लिस्ट में से मुबंई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद का नाम गायब था। पाकिस्तान ने भी अमरीकी विदेश मंत्री को 100 आतंकियों की एक लिस्ट दी थी, जिसमें हाफिज सईद का नाम नहीं था।