अमरीका-ईरान तनाव: कुवैत ने कहा- ‘युद्ध जैसे हालात से निपटने को हम तैयार’ धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं बार के मैनेजर का कहना था कि सिर ढंककर बार में जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। गुरविंदर ने कहा कि वह इस घटना के बाद सदमे में है। उसका कहना है कि इससे उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। गुरविंदर ने कहा कि उन्होंने कभी अपनी जिंदगी में ऐसे हालात का सामना नहीं किया था। यहां सिर्फ पगड़ी पहनने के कारण उन्हें प्रवेश से रोका गया। उन्होंने मैनेजर को समझाने की कोशिश की और कहा कि यह पगड़ी सिख धर्म में पहनना पुरुषों के लिए अनिवार्य है। लेकिन इस पर भी वह मानने को तैयार नहीं हुआ। बार के मैनेजर का कहना था कि शुक्रवार और शनिवार को रात 10 बजे के बाद ड्रेस कोड लागू हो जाता है। इसके तहत सिर ढंककर वीकेंड में बार में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है।
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